उधर, बांट निवासी पूनमाराम पुत्र लखमाराम कलबी ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह खेती के काम के लिए सुबह चार बजे से रात नौ बजे तक कुएं पर व्यस्त रहता है। उसे गांव में स्थित अपने रहवासी मकान में चोरी होने की सूचना मिली तो घर पहुंचा। पेटियां चैक की तो छोटी पेटी टूटी मिली। छोटी पेटी में घर व बड़ी पेटी की चाबियां थी। चाबियों को लेकर चोरों ने बड़ी पेटी में पड़े सोने-चांदी के जेवरात व नगदी पर हाथ साफ कर दिया। चोर अन्य कीमती सामान भी चुरा ले गए। रिपोर्ट में बताया कि गत 15 मार्च को वह परिजनों के साथ मामेरा लेकर पड़ोसी गांव गुजरात के वासोल गया हुआ था। उस दौरान उसके कुएं पर मजदूर छोड़ने एक रिक्शा वाला आता था, जिस पर उसे संदेह है।
नब्बे हजार नगद व पचास तोला चांदी के जेवरात चोरी इस बीच बांट निवासी पूनमाराम पुत्र देवराज ने रिपोर्ट देकर बताया कि गत 21 अप्रेल की रात आठ बजे वह अपनी बहन अमरीबेन के मामेरे में सपरिवार जेतावाड़ा गया हुआ था। घर बंद था। उसी दिन रात एक बजे लौटा और परिजनों के साथ बाहर ही सो गया। 22 अप्रेल की सुबह उठकर देखा तो घर के ताले टूटे व दरवाजे खुले मिले। रिपोर्ट में बताया कि रायड़ा बेचने पर आए नब्बे हजार रुपए नगद व पचास तोला चांदी के जेवरात गायब मिला। नगदी व जेवरात चोर ले उड़े। वह अनपढ़ होने से थाने नहीं आ पाया।
इसी प्रकार रामलाल पुत्र वनाराम कलबी ने रिपोर्ट देकर बताया मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे उसने कुएं पर स्थित अपने रहवासी मकान से पशुओं के बाड़े में से खट-खट की आवाज आती सुनी। टाॅर्च कर बाड़े में देखा तो एक जना भागते हुए नजर आया। उसने हल्ला मचाया तो आसपास के लोगों ने पीछा किया। अज्ञात व्यक्ति भागते हुए रास्ते में छुप गया। पर, लोगों ने उसे पकड़ लिया। छुपने का कारण पूछा तो उसने कबूल किया कि वह चोरी की नीयत से आया था। रिपोर्ट में बताया कि उससे मौके पर की गई पूछताछ का वीडियो भी बनाया गया है। बुधवार सुबह करीब दर्जनभर लोगों ने थाने पहुंचकर अलग-अलग रिपोर्ट देकर कार्रवाई की मांग की।