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दो चिकित्सकों ने एनपीए लेने से मना किया

locationसिरोहीPublished: May 16, 2018 08:55:11 am

Submitted by:

mahesh parbat

खबर का असर

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सिरोही. जिला मुख्यालय के दो चिकित्सकों ने मंगलवार को प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को नॉन प्रेक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) नहीं लेने के लिए पत्र लिखा है। ये एनपीए लेने के साथ परामर्श के लिए आने वाले मरीजों से फीस भी वसूल रहे हैं। दो दिन पत्रिका टीम ने इस बड़े मामले को उजागर किया तो दो चिकित्सक डॉ. दिलराज मीणा तथा डॉ. संजयसिंह ने पीएमओ दर्शन ग्रोवर को लिखित में एनपीए नहीं लेने तथा घर में परामर्श देने की बात कही। गौरतलब है कि जिला अस्पताल में पीएमओ ने १९ चिकित्सकों के नाम समेत बोर्ड लगाए थे। इस पर पत्रिका ने लगातार दो दिन समाचार प्रकाशित कर मामले को उजागर किया था। 20-30 हजार का नुकसान
एनपीए लेने वाले डॉक्टर के मूल वेतन पर २० फीसदी एनपीए मिलता है। हालांकि एनपीए संबंधित डॉक्टर के कैडर के हिसाब से लागू होता है लेकिन सूत्रों का कहना है कि एनपीए लेने वाले कई डॉक्टर मरीज से परामर्श शुल्क लेकर हर महीने सरकार को 20 से 30 हजार का नुकसान लगा रहे हैं। हालांकि इससे पहले विभाग की ओर से एनपीए रेडियोलोजिस्ट, पैथोलोजिस्ट व एनेस्थिया डॉक्टर को ही दिया जाता था। यहां के १९ चिकित्सकों को एनपीए मिल रहा है।
जून में खुलेगा मदर मिल्क बैंक, शिशुओं का बचेगा जीवन
सिरोही. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के राज्य सलाहकार देवेन्द्र अग्रवाल ने जनाना अस्पताल में बन रहे आंचल मदर मिल्क बैंक का मंगलवार को निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि निर्माण पूरा हो गया है, जून के दूसरे हफ्ते में इसका संचालन शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह बैंक ७ अन्य जिलों में भी तैयार हो रहा है। बैंक के साथ आंचल कक्ष का भी निर्माण होगा। इसके निर्माण के बाद यहां शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. दर्शन ग्रोवर एवं डॉ. आरपी कोठारी मौजूद थे।अग्रवाल ने वार्ड में भर्ती महिलाओं से भी जानकारी ली।
आंचल कक्ष में मिलेगी सुविधा
आंचल अमृत कक्ष में प्रसूताओं की दुग्धपान संबंधी परेशानी का समाधान करेंगे। इससे जच्चा-बच्चा को लाभ मिल सकेगा। अन्य समस्याओं पर भी परामर्श दिया जाएगा। अपरिपक्व और कम वजन होकर दूध नहीं पी सकने वाले बच्चों के लिए सुविधा मिलेगी।
जल्द शुरू होगा
दूध दान
अतिरिक्त दूध बचने, चिकित्सकीय कारणों से स्तनपान से रोकने, बच्चों की मौत होने पर माताएं बैंक में दूध दान कर सकती हैं। इससे माता को भी कई लाभ होंगे।
यह बैंक सिरोही, जालोर, बाड़मेर, राजसमन्द, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर में खुलेंगे।
आबूरोड. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुपोषण को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से जल्द ही आकराभट्टा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तनपान क्लिनिक व मातृ दुग्ध भंडारण व वितरण की सुविधा मिलेगी। राज्य सरकार से प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद प्रदेश के २५ राजकीय चिकित्सालयों में रीको की ओर से प्रदत लगभग दो करोड़ रुपए के आर्थिक सहयोग से स्तनपान के लिए जागरूकता, सुविधा, परामर्श, प्रशिक्षण, सहायता व उपचार व मातृ दुग्ध भण्डारण व वितरण केन्द्र के रूप में ‘आंचल अमृत कक्षÓ की स्थापना प्रस्तावित है। विभाग के राज्य सलाहकार देवेन्द्र अग्रवाल ने अस्पताल का निरीक्षण किया। अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में दस लाख की लागत से स्तनपान क्लिनिक व मातृ दुग्ध भण्डारण व वितरण केन्द्र के रूप में आंचल अमृत कक्ष स्थापित किया जाएगा। राज्य सलाहकार ने अस्पताल प्रबंधन व मरीजों से विचार-विमर्श किया। कक्ष का कार्य छह माह में शुरू करवाने का प्रयास किया जाएगा। केन्द्र में पारिवारिक वातावरण में जननी को पूर्ण निजता के साथ अपने नवजात शिशु को स्तनपान कराने के लिए सुविधा प्रदान की जाएगी।
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