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पुलिस का पुख्ता रहा बंदोबस्त- तो वहीं सिरोही बंद के आह्वान को देखते प्रशासन भी अपनी पूरी तैयारी में नजर आई। जहां कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता बंदोबस्त किए गए।जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्नालाल, डीएसपी भवानी सिंह सहित आस-पास के थाना प्रभारियों के नेतृत्व में पुलिस और आरएसी का पर्याप्त जाप्ता शहर के हर कोने में तैनात रहा। जिससे किसी तरह कोई अनहोनी ना होने पाए। यह भी पढ़ें
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यह था मामला- गौरतलब है कि 28 दिसम्बर को जावाल निवासी प्रकाशचन्द्र पुरोहित ने बरलूट थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी कि छोटे भाई की पत्नी विमला देवी (35) और उसका पुत्र आकाश (12) पांच दिन से (23 दिसम्बर से) घर नहीं आए। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की थी। लेकिन पुलिस ने अनुसंधान के दौरान शक के आधार पर उड़ निवासी हकीम से पूछताछ की तो उसने पाड़ीव निवासी जानाराम पुत्र गणेशाराम भील, उसकी पत्नी सीता के साथ मिलकर विमला और आकाश की हत्या करना कबूल किया। जिसके बाद पुलिस ने 3 जनवरी को हत्या का मामला दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों ने महिला का शव थराद जिला बनासकांठा गुजरात और पुत्र का शव मांडवा जिला उदयपुर में नाले में फेंक दिया था। गुजरात पुलिस ने महिला के शव को दफना दिया था। उधर उदयपुर पुलिस ने बालक के शव का दाह संस्कार किया था।