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हनीप्रीत का नया नाम बंदी नंबर 46 व सुखदीप बंदी नंबर 47

locationसिरसाPublished: Oct 14, 2017 10:13:57 pm

गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत व उसकी सहयोगी सुखदीप को पंचकूला अदालत द्वारा जेल भेजे जाने के बाद शुक्रवार को उनकी पहली रात आंखों में ही कटी

Honeypreet

चंडीगढ़। गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत व उसकी सहयोगी सुखदीप को पंचकूला अदालत द्वारा जेल भेजे जाने के बाद शुक्रवार को उनकी पहली रात आंखों में ही कटी। हनीप्रीत को जेल में ब्यूटी पार्लर के साथ वाले कमरे में रखा गया है। हनीप्रीत और सुखदीप कौर से पहले अंबाला जेल में 45 महिला कैदी व बंदी रह रही थी। हनीप्रीत का नया नाम बंदी नंबर 46 व सुखदीप कौर का नया नाम बंदी नंबर 47 है। दोनों ने आज दूसरे दिन किसी भी महिला बंदी से बातचीत नहीं की।


एसी कमरे,लग्जरी गद्दों और कॉफी पीने की शौकीन हनीप्रीत को अंबाला की सेंट्रल जेल में जमीन पर सोना पड़ रहा है। शुक्रवार की रात वह मच्छरों से परेशान होकर करवटें बदलती रही। इससे पहले जब उसे जेल लाया गया तो उसकी पल्स रेट बढ़ी हुई थी। माइग्रेन की भी शिकायत बताई जा रही हैै।


नौ दिन के रिमांड के बाद पंचकूला पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया तो वहां से उसे 23 अक्तूबर तक ज्यूडीशल कस्टडी में भेज दिया गया। हनीप्रीत को रात के खाने में आलू की सब्जी व रोटी दी गई, जिनमें से उसने एक-दो निवाला ही खाया। इसके बाद रात को भी सोने में हनीप्रीत को काफी दिक्कत हुई। हनीप्रीत को जेल प्रशासन की तरफ से उसे सोने के लिए एक दरी और चादर दी गई है। हनीप्रीत ने कहा कि उसे तकिए के बगैर नींद नहीं आती है और उसकी गर्दन में दर्द है लेकिन जेल प्रशासन ने नियमों का हवाला देते हुए तकिया देने से इनकार कर दिया तो हनीप्रीत व सुखदीप बैठ गई और बातें करती रही।


सुबह फिर जब 6 बजे हनीप्रीत और सुखदीप कौर दोनों को बैरक से बाहर निकाला गया तो आंखों में नींद और शरीर पर आलस साफ दिखाई दे रहा था। कुछ देर बाद इन दोनों को नाश्ते में चाय का एक-एक कप और दो ब्रैड दिए गए। अनमने भाव से नाश्ता करने के बाद वह नहाने चली गई। चौंकाने वाली बात यह भी है कि इन दोनों के पास नहाने के लिए अपना साबुन भी नहीं था। जेल सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत को हाई सिक्योरटी महिला सैल नंबर-11 में अन्य महिला बंदियों से अलग रखा गया है। अंडर ट्रायल होने की वजह से उसे जेल की यूनिफॉर्म नहीं दी गई है। हनीप्रीत और सुखदीप के साथ महिला नंबरदार को तैनात किया गया है।

डॉक्टर्स ने लिखे टेस्ट
अंबाला सिविल अस्पताल के पैनल में से एक डॉ. अर्पिता गर्ग का कहना है कि रात में जेल में लाए जाने के बाद हनीप्रीत ने माइग्रेन और बॉडी पेन की दिक्कत बताई थी। इसके बाद हमारे पैनल ने दो घंटे से भी ज्यादा वक्त लगाकर उसका चेकअप किया। साथ ही इस बारे में डीएसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि डॉक्टर हनीप्रीत को स्वस्थ और नार्मल ही बता रहे हैं। फिर भी अचानक बिगड़े स्वास्थ्य के मद्देनजर डॉक्टर्स के पैनल की तरफ से हनीप्रीत के लिए कुछ टेस्ट लिखे गए हैं, जिन्हें करने के बाद उनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दूसरे कैदियों को हुई दिक्कत
हनीप्रीत को यहां लाए जाने पर हाई सिक्योरिटी के चलते अन्य कैदियों और उनके परिजनों को भी दिक्कत की बात सामने आई है। जेल से जमानत पर छूटे बेटे को लेने आए मदन लाल की मानें तो हनीप्रीत के चक्कर में अंबाला जेल प्रशासन ये भूल गया कि जेल के बाहर कुछ ऐसी महिलाएं-पुरुष भी खड़े हैं, जो अपनो की जमानत होने की बाद उन्हें लेने अंबाला जेल आए। उन्हें जेल के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ा।

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