पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राजभवन में दस्तक देने के बहाने शक्ति प्रदर्शन करने का भी पूरा प्रयास किया। समूचे कार्यक्रम के दौरान हुड्डा जहां बार-बार राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा तथा विधानसभा में विधायक दल की नेता किरण चौधरी को अपने साथ बुलाते रहे वहीं दोनो महिला नेत्रियां अपने अलग-अलग एजेंडे पर काम करती दिखाई दी।
राजभवन में सबसे पहले विधायक दल की नेता किरण चौधरी पहुंची।
उसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने खेमे के विधायकों के साथ पहुंचे। इस शिष्टमंडल में निजी व्यवस्तता के चलते कुलदीप बिश्नोई तथा उनकी विधायक पत्नी रेणुका बिश्नोई तथा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला शामिल नहीं हुए। हुड्डा गुट जब राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए राजभवन के भीतर जा चुका था तो राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा तथा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्षा सुष्मिता देव भी वहां पहुंची।
पिछले एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा मौका था जब हुड्डा ने एकजुटता दिखाते हुए सियासी शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास किया। राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद जहां कुमारी सैलजा अकेले निकल गई वहीं हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार आज हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। हरियाणा में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने अगर सरकार के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की तो कांग्रेस के कार्यकर्ता जनता की आवाज उठाने के लिए प्रदेश सरकार के विरूद्ध सडक़ों पर उतरेंगे। हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में लगातार बिगड़ रही कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।
ऐसे में उन्हें बिना किसी देरी के नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। हुड्डा ने दोहराया कि अब कांग्रेस पार्टी के तमाम विधायक, नेता और कार्यकर्ता प्रदेश की वर्तमान खट्टर सरकार को सडक़ से लेकर सदन तक घेरने का काम करेगी। शिष्टमंडल में विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, रघुवीर कादयान, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल, शकुंतला खटक, करण दलाल समेत कई नेता मौजूद थे।