यह मांग भी रखेंगे
जानकार सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायक राज्यपाल से यह भी मांग करेंगे कि सदन में हुई जुबानी जंग पर नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला द्वारा कांग्रेस विधायक करण दलाल और उनके परिवार को दी गई जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया जाए।
घर आता हूं मारकर दिखाएं गोली
इसी बीच कांग्रेस विधायक करण दलाल ने गुरूवार को यहां पत्रकारवार्ता में कहा कि नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि यदि रिवाॅल्वर होती तो वे उनके सिर में गोली मार देते। दलाल ने कहा कि वे अभय चौटाला के शहर सिरसा जाने के लिए तैयार हैं और चौटाला उनको गोली मारकर दिखाएं। दलाल ने यह भी कहा कि चौटाला में साहस है, तो मेरे मुकाबले पलवल विधानसभा सीट से चुनाव लडकर दिखाएं।
करेंगे पर्दाफाश
उन्होंने कहा कि चौटाला मुझे धमकाने और जूता दिखाने जैसी हरकत को उचित ठहराने के लिए यह झूठ बोल रहे हैं कि मैंने चौधरी देवीलाल के लिए अपशब्द कहे। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल का जिक्र तक नहीं किया गया। हम चौधरी देवीलाल का सम्मान करते हैं। उलटे चौटाला देवीलाल का अपमान अपनी हरकतों से कर रहे हैं। दलाल ने कहा कि वे अब हर जिला मुख्यालय का दौरा कर इनेलो-भाजपा की सांठगांठ का पर्दाफाश करेंगे।
इनेलो दल नहीं गिरोह-दलाल
उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी नहीं, बल्कि एक गिरोह है। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला ने जो आपराधिक रूख दिखाया है, वह तो एक ट्रेलर है। अगर चौटाला मुख्यमंत्री बन गया तो क्या हाल करेगा यह समझा जा सकता है।
रद्य हो चौटाला का हथियार लाइसेंस
दलाल ने कहा कि अभय चैटाला ने टीवी चैनलों और समाचारपत्रों से मुझे गोली मारने की बात कही है। इन बयानों को लेकर वे फिर पुलिस महानिदेशक को शिकायत करेंगे। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की पत्नी की मृृत्यु भी सिर में गोली लगने से हुई थी। इसलिए इस बात की फिर जांच कराई जाना चाहिए कि गोली किसने मारी थी। चैटाला के पास यदि हथियार लाइसेंस है, तो उसे रद्द किया जाना चाहिए। एक आपराधिक व्यक्ति नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद पर बैठा है। चैटाला तो भाजपा का बाउंसर है और पार्टी के विधायक भी इससे परेशान है।
बसपा आलाकमान को लिखा पत्र
दलाल ने चौटाला द्वारा दी गई धमकी पर चंडीगढ के सेक्टर तीन थाने को दी गई शिकायत व चौटाला को दलित विरोधी बताते हुए इनेलो के गठबंधन सहयोगी बसपा की नेता मायावती को भेजी गई शिकायत की प्रतियां भी पत्रकारों को जारी की। मायावती को भेजे पत्र में दलाल ने कहा कि विधानसभा में जब उन्होंने गरीबों का राशन रोके जाने का मुद्दा उठाया तो चौटाला ने सरकार का साथ दिया और मेरी आवाज को दबाया गया। साथ ही एससीएसटी एक्ट के विरोध में किए गए प्रदर्शन का समर्थन किया।