सीबीआई कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में अंशुल छत्रपति ने कहा कि सीबीआई के जज उनके लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं। जब अदालत ने फैसला सुनाया तो अंशुल छत्रपति अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके और अदालत परिसर के भीतर ही भावुक हो गए। बाहर आकर उन्होंने इस केस से जुड़े तमाम गवाहों, सीबीआई के अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले सोलह साल के दौरान बहुत अवसर ऐसे आए जब उन्हें या गवाहों को दबाने का प्रयास किया गया लेकिन कोई भी गवाह नहीं पलटा।