करण दलाल ने मांगी सुरक्षा
विधायक करण दलाल ने वकील हरमनप्रीत सिंह जुगैट के जरिए याचिका दाखिल की है। याचिका में करण दलाल ने कहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान बहस में तकरार होने पर अभय सिंह चौटाला ने मुझे जान से मारने की धमकी दी है। सदन में हुई इस घटना के बाद अभय चौटाला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि उस समय मेरे पास हथियार होता तो मैं दलाल को गोली मार देता। दलाल ने याचिका में कहा कि अभय चौटाला आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति है। पहले भी उनके खिलाफ मुकदमे चल रहे है। अभय चौटाला के खिलाफ सीबीआई अदालत में भी सुनवाई चल रही है। इस तरह जान को खतरा बताते हुए करण दलाल ने हरियाणा सरकार से वाई-पलस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। जस्टिस राकेश कुमार जैन ने करण दलाल के वकील की दलीलें सुनने के बाद हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर आगामी 28 सितम्बर को जवाब पेश करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक करण दलाल जब सस्ते अनाज योजना के लाभार्थियों की छंटनी पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पढ़ रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि एक ओर केन्द्र सरकार के निर्देश हैं कि आधार से लिंक न होने पर भी किसी का राशन न रोका जाए लेकिन ’कलंकित हरियाणा’ में राशन रोका गया है। इस पर सदन में सत्ता पक्ष और मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल के सदस्यों ने दलाल के कलंकित हरियाणा शब्द पर कडी आपत्ति व्यक्त की।
सत्ता पक्ष के सदस्यों और नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। इसी नोंक-झोंक में अभय सिंह चौटाला और करण दलाल के बीच व्यक्तिगत कहासुनी हो गई। करण दलाल ने यह भी आरोप लगाया कि अभय सिंह चौटाला ने उन्हें जूता दिखाया। कलंकित हरियाणा शब्द के इस्तेमाल पर सत्ता पक्ष ने करण दलाल के एक वर्ष निलंबन का प्रस्ताव पेश किया जिसे बहुमत से पारित कर दिया गया। इंडियन नेशनल लोकदल ने भी निलंबन के प्रस्ताव का समर्थन किया। अब कांग्रेस ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर दलाल का निलंबन रद्य करने की मांग की है। दलाल अपने निलंबन को भी हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में है। उन्होंने स्पीकर से निलंबन के दिन की कार्यवाही की प्रमाणित रिपोर्ट मांगी है।