scriptहां…मैंने ही रची थी पंचकूला दंगों की साजिश | Yes I have just created the plot of Panchkula riots | Patrika News

हां…मैंने ही रची थी पंचकूला दंगों की साजिश

locationसिरसाPublished: Oct 11, 2017 10:29:41 pm

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद फैली हिंसा की मास्टर मांइड हनीप्रीत ही थी।

Honeypreet

चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद फैली हिंसा की मास्टर मांइड हनीप्रीत ही थी। गिरफ्तारी के आठवें दिन हनीप्रीत ने खुद यह कबूलनामा कर लिया है। पुलिस विभाग के आला अधिकारी इस बात को लेकर एकमत हैं कि हनीप्रीत ने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार कर लिया है कि पंचकूला दंगों की साजिश उसने ही रची थी।


पंचकूला पुलिस ने पंचकूला हिंसा के मामले में बीती तीन अक्तूबर को हनीप्रीत को गिरफ्तार किया था। मंगलवार को पुलिस ने हनीप्रीत को अदालत में पेश करके फिर से तीन दिन का रिमांड हासिल किया था। इस रिमांड के दूसरे दिन हनीप्रीत ने यह स्वीकार कर लिया है कि पंचकूला को जलाने के लिए रची गई हिंसा में उसकी भूमिका अहम थी।


पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने यह स्वीकार कर लिया उसके लैपटॉप में ही पंचकूला का नक्शा मौजूद है। डेरे में 17 अगस्त को हुई बैठक में यह तय किया गया था कि अगर डेरा मुखी को सजा होती है तो क्या रणनीति अपनाई जाएगी और अगर वह बरी हो जाता है तो क्या रणनीति अपनाई जाएगी।


इस बैठक के बाद बकायदा पंचकूला में अदालत परिसर की तरफ जाने वाले सभी रास्तों की रेकी करके एक नक्शा तैयार किया गया था। इस नक्शे के आधार पर डेरे से जुड़े अहम लोगों को पूरी रणनीति समझाई गई थी। हनीप्रीत के लैपटॉप में पंचकूला ङ्क्षहसा की पूरी रणनीति भी दर्ज है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में हनीप्रीत ने यह भी स्वीकार किया है कि डेरा के आईटी विंग द्वारा 25 अगस्त से पहले तैयार किए गए वीडियो को वही अंतिम रूप देती थी।


वीडियो फाइनल होने के बाद उसके मोबाइल से ही वीडियो क्लिप को अहम लोगों को भेजा जाता था और उसके वह क्लिप सभी डेरा प्रेमियों तक वायरल होती थी। पुलिस पूछताछ में हनीप्रीत ने यह तो स्वीकार कर लिया है कि पंचकूला में हिंसा फैलाने के लिए धनराशि उसके माध्यम से ही गई थी लेकिन हनीप्रीत ने अभी तक यह नहीं बताया है कि वह धनराशि उसके पास कहां से आई थी।

माना जा रहा है कि यह धनराशि ब्लैक मनी के रूप में डेरे के पास मौजूद थी। पूछताछ में हनीप्रीत ने पुलिस को बताया है कि पंचकूला हिंसा के बाद उसने अपना लैपटॉप एक डेरा प्रेमी को यह कहते हुए दिया था कि इसे डेरा सच्चा सौदा सिरसा या गुरूसर मोडिय़ा में दे। हनीप्रीत पुलिस को यह नहीं बता रही है कि इस समय लैपटॉप कहां है। अब पुलिस के सामने बड़ी चुनौती हनीप्रीत का लैपटॉप व मोबाइल बरामद करना है। क्योंकि हनीप्रीत यह स्वीकार कर चुकी है कि लैपटॉप व मोबाइल में कई तरह की जानकारियां मौजूद हैं, लेकिन हनीप्रीत पुलिस को यह नहीं बता रही है कि इस समय लैपटॉप व मोबाइल कहां हैं।

कार में अकेली बैठकर करती थी आदित्य व पवन से बातचीत
पुलिस द्वारा लिए गए दूसरे रिमांड के दौरान हनीप्रीत की सहयोगी सुखदीप ने पुलिस को बताया हनीप्रीत गिरफ्तार होने से पहले अंतिम समय तक आदित्य इंसा व पवन इंसा के संपर्क में थी। सुखदीप कौर ने कहा है कि हनीप्रीत जब उक्त व्यक्तियों से बातचीत करती थी तो वह अकेली कार में दरवाजे बंद करके बैठती थी। सुखदीप के अनुसार हनीप्रीत ने जब भी आदित्य व पवन से बातचीत करती थी तो अकेले में जाकर ही करती थी।


अंबाला के रास्ते से थी छुड़ाने की साजिश
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि बीती 25 अगस्त को डेरा मुखी को सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें पुलिस की गिरफ्त से भगाने की पूरी तैयारी थी। इसके लिए बकायदा स्थान चिन्हित किए गए थे। हनीप्रीत व अन्य लोगों द्वारा तैयार की गई रणनीति अगर सिरे चढ़ती तो यह माना जा रहा था कि पंचकूला सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद डेरा मुखी को अंबाला की जेल में ले जाया जाएगा। जिसके चलते डेरा प्रेमियों ने जीरकपुर व डेराबस्सी के बीच से पटियाला की तरफ जाने वाले मार्ग पर धावा बोलकर छुड़ाने तथा डेरा बस्सी व लालडू के गांव लहली के निकट से बनूड़ की तरफ जाने वाले रास्ते से छुड़ाने की योजना बनाई थी।

अदालत में भी पुलिस को करना होगा साबित
पुलिस रिमांड के दौरान हनीप्रीत ने भले ही यह स्वीकार कर लिया है कि पंचकूला हिंसा में उसका हाथ है लेकिन इस कबूलनामे की कोई कानूनी वैधता नहीं है। क्योंकि अब पुलिस के सामने बड़ी चुनौती यही रहेगी कि हनीप्रीत अदालत में पेशी के दौरान इन बयानों से पीछे नहीं हटेगी। हनीप्रीत अगर अदालत में इस बयान से पलट जाती है तो पुलिस की मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं।

कैसे मिली पुलिस को कामयाबी और टूटी हनीप्रीत
हनीप्रीत बीती चार अक्तूबर से पुलिस रिमांड पर चल रही है। इस अवधि के दौरान हनीप्रीत ने पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं दी। सूत्रों की मानें तो पहले रिमांड की अवधि पूरी होने तक सुखदीप ने जहां हनीप्रीत से जुड़ी कई जानकारियां दी वहीं हनीप्रीत के चालक ने भी उससे जुड़े कई अहम खुलासे पुलिस के समक्ष किए। सुखदीप व हनीप्रीत के चालक द्वारा दी गई जानकारियों के बाद हनीप्रीत के पास ऐसा कुछ खास नहीं बचा था जिसे वह छिपाकर अपना बचाव कर लेती। इसके बाद पुलिस ने सुखदीप व उसके चालक द्वारा दिए गए बयानों के वीडियो भी हनप्रीत को दिखाए। जिसके चलते वह पूरे घटनाक्रम में खुद को अकेला समझने लगी और पुलिस के आगे टूट गई।

विपसना को फिर से भेजा समन,आज हो सकती है पेश
डेरा सच्चा सौदा के समूचे घटनाक्रम में अहम कड़ी बनी डेरा की चेयरपर्सन विपसना इंसा अभी तक पुलिस की जांच से बचती आ रही है। पूरे घटनाक्रम के दौरान विपसना अभी तक केवल एक बार ही पुलिस के समक्ष पेश हुई है। जिसके चलते एसआईटी ने दो दिन पहले विपसना को नोटिस भेजा था लेकिन तबीयत खराब होने का हवाला देकर वह मंगलवार को पंचकूला में पेश नहीं हुई। जिसके चलते एसआईटी ने आज फिर से विपसना को फिर से समन किया है। माना जा रहा है कि बृहस्पतिवार को पंचकूला पुलिस हनीप्रीत के रिमांड के अंतिम दिन हनीप्रीत व विपसना इंसा को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है।

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