जानकारी के अनुसार पिसावां विकास खंड के सिकंदर पुर में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्रीकृष्ण ने बगैर प्रस्ताव पास कराये ही गांव के एक प्राथमिक विद्यालय में बने शौंचालय को तुड़वा कर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराना शुरू कर दिया। जबकि ग्रामीणों का कहना था कि अभी हाल में ही लेखपाल आलोक मिश्र बंजर भूमि की नाप कर आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का प्रस्ताव दे कर गए थे, बावजूद इसके विद्यालय में बने शौचालय को गिरा कर उसमे आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराने का काम किया जाने लगा। जिसको लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। लोगों की माने तो उनके बच्चे स्कूल में शौंचालय का उपयोग करते थे जो अब नहीं कर सकेंगे। ऐसे में खासकर छात्राओं को काफी समस्या होगी।
प्रस्ताव पास कर कराया जा रहा है निर्माण
इस विषय पर प्रधानाध्यापक भूपेंद्र त्रिवेदी ने एक नई बात कह कर सभी को चौका दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल का शौचालय जर्जर हालत में खड़ा था जिसका प्रस्ताव शिक्षा समिति से पास कर के अब यहाँ पर आगनबाड़ी केंद्र नहीं शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। वही इस मामले पर संकुल प्रभारी मधुबाला ने बताया कि गलती से शौचालय तोड़ दिया गया है। जिसकी शिक़ायत हमने आज खण्ड शिक्षाधिकारी से की है।
इस विषय पर प्रधानाध्यापक भूपेंद्र त्रिवेदी ने एक नई बात कह कर सभी को चौका दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल का शौचालय जर्जर हालत में खड़ा था जिसका प्रस्ताव शिक्षा समिति से पास कर के अब यहाँ पर आगनबाड़ी केंद्र नहीं शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। वही इस मामले पर संकुल प्रभारी मधुबाला ने बताया कि गलती से शौचालय तोड़ दिया गया है। जिसकी शिक़ायत हमने आज खण्ड शिक्षाधिकारी से की है।
बोले बीईओ – होगी कार्यवाही
इस बारे में पिसावां खण्ड शिक्षाधिकारी सुंदर लाल रावत ने बताया कि मामला मेरी जानकारी में आज आया है, मैं स्वयं जाकर देखूंगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा।
इस बारे में पिसावां खण्ड शिक्षाधिकारी सुंदर लाल रावत ने बताया कि मामला मेरी जानकारी में आज आया है, मैं स्वयं जाकर देखूंगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा।
12 हज़ार में बनता हैं घर-घर शौंचालय
गांव गांव के घरों में सरकार द्वारा शौंचालय बनवाये जाने की योजना है और इसके लिए सरकार 12 हज़ार रुपये भी लाभार्थी को देती है। जो की दो किश्तों में दी जाती है। पीएम मोदी की स्वच्छ्ता योजना के तहत शौंचलयों के उपयोग को लेकर काफी बड़े पैमाने पर बदलाव किया जा रहा है।
गांव गांव के घरों में सरकार द्वारा शौंचालय बनवाये जाने की योजना है और इसके लिए सरकार 12 हज़ार रुपये भी लाभार्थी को देती है। जो की दो किश्तों में दी जाती है। पीएम मोदी की स्वच्छ्ता योजना के तहत शौंचलयों के उपयोग को लेकर काफी बड़े पैमाने पर बदलाव किया जा रहा है।