सुरक्षा कारणों से किया गया शिफ्ट दरअसल सजा के बाद रामपुर के एसपी संतोष मिश्र ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि रामपुर जेल में आजम और उनके परिवार को रखने पर कानून-व्यवस्था गड़बड़ा सकती है, लिहाजा उन्हें बरेली या किसी अन्य जेल शिफ्ट किया जाए। इसके बाद 27 फरवरी को तड़के कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें सीतापुर जेल शिफ्ट किया गया। सीतापुर के जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा ने इस बात की पुष्टि भी की है।
देर रात की गई तैयारी दरअसल रामपुर कोर्ट द्वारा पेश न होने के मामले में कोर्ट ने आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातमा और बेटे अब्दुल्लाह आजम को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। जिसके बाद रामपुर जेल प्रशासन ने उन्हें शिफ्ट करने के उद्देश्य से देर रात सीतापुर जेल के लिए रवाना कर दिया। जेल सूत्रों के मुताबिक आजम को उनके परिवार सहित सीतापुर जेल पहुंचा दिया गया है। जेल सूत्रों के मुताबिक जिला कारागार प्रशासन ने सभी तैयारियां देर रात ही पूरी कर ली थीं। हालांकि जिला कारागार प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहा है।
ये था मामला बता दें कि अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र के मामले में आजम खान ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ जमानत की अर्जी दाखिल की थी। इस मामले में बुधवार को एडीजे-6 की कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश दिया गया था। इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर कड़ी सुरक्षा के बीच रामपुर जेल ले जाया गया था। वहां आजम और उनके बेटे को बैरक नंबर-1 में रखा गया था। इस मामले में अगली सुनवाई 2 मार्च को होगी।