सतीश यादव बनेंगे ‘मैन आफ द मंथ’
एसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि यह अत्यंत सराहनीय कार्य है। इस कार्य के लिए डीजीपी द्वारा जारी सर्कुलर के हिसाब से ‘मैन ऑफ था मंथ’ के लिए नाम भेजा जाएगा।
एसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि यह अत्यंत सराहनीय कार्य है। इस कार्य के लिए डीजीपी द्वारा जारी सर्कुलर के हिसाब से ‘मैन ऑफ था मंथ’ के लिए नाम भेजा जाएगा।
सड़क हादसे में घायल हो गई थी बुजुर्ग महिला
घटना बिसवां कोतवाली क्षेत्र के तहसील गेट की है। मोहल्ला झज्जर निवासी अशोक की 70 वर्षीय पत्नी नंदरानी सुबह किसी आवश्यक कार्य से तहसील गयी थी। कार्य समाप्त कर वह अपने घर की तरफ बढ़ने के लिए सड़क पार कर रही थी। सड़क पार करने के दौरान ही सिधौली की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने बुजुर्ग को महिला को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। तमाशबीन बनी भीड़ ने दर्द से कराह रही बुजुर्ग को उठाने की जद्दोजहद तक नहीं उठाई। स्थानीय लोगों ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी।
घटना बिसवां कोतवाली क्षेत्र के तहसील गेट की है। मोहल्ला झज्जर निवासी अशोक की 70 वर्षीय पत्नी नंदरानी सुबह किसी आवश्यक कार्य से तहसील गयी थी। कार्य समाप्त कर वह अपने घर की तरफ बढ़ने के लिए सड़क पार कर रही थी। सड़क पार करने के दौरान ही सिधौली की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने बुजुर्ग को महिला को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। तमाशबीन बनी भीड़ ने दर्द से कराह रही बुजुर्ग को उठाने की जद्दोजहद तक नहीं उठाई। स्थानीय लोगों ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी।
घायल बुजुर्ग को गोद में लेकर भागे कस्बा इंचार्ज
घटना के बाद वहां से गुजर रहे बिसवां कस्बा इंचार्ज सतीश यादव ने जब बुजुर्ग को महिला को दर्द से तड़पते देखा तो उनका दिल एक मां के लिए पिघल गया। मित्र पुलिस और एक बेटे का फर्ज निभाते हुए कस्बा इंचार्ज ने आनन-फानन में बुजुर्ग महिला को गोद में उठाया और अपने वाहन से लेकर सीएचसी बिसवां पहुंचे।
घटना के बाद वहां से गुजर रहे बिसवां कस्बा इंचार्ज सतीश यादव ने जब बुजुर्ग को महिला को दर्द से तड़पते देखा तो उनका दिल एक मां के लिए पिघल गया। मित्र पुलिस और एक बेटे का फर्ज निभाते हुए कस्बा इंचार्ज ने आनन-फानन में बुजुर्ग महिला को गोद में उठाया और अपने वाहन से लेकर सीएचसी बिसवां पहुंचे।
लोगों ने कहा- वाह पुलिस हो तो ऐसी
पुलिसकर्मी की गोद में एक बुजुर्ग महिला को देखकर अस्पताल में आपसी बातचीत होने लगी कि शायद वह अपनी मां को लेकर आये होंगे, क्योंकि कोई और होता तो पुलिस हाथ भी नहीं लगाती ऐसे। लेकिन उपचार के दौरान जब अस्पताल स्टाफ और वहां मौजूद मरीजों के तीमारदारों को यह पता चला कि यह महिला इस पुलिसकर्मी की मां नहीं, बल्कि सड़क हादसे में एक बुजुर्ग महिला थी। जिसे सड़क पर तड़पता देख पुलिसकर्मी ने अस्पताल में भर्ती कराया है। इस कार्य के बाद अस्पताल में मौजूद स्टाफ और तीमारदारों ने कस्बा इंचार्ज की जमकर सराहना की।
पुलिसकर्मी की गोद में एक बुजुर्ग महिला को देखकर अस्पताल में आपसी बातचीत होने लगी कि शायद वह अपनी मां को लेकर आये होंगे, क्योंकि कोई और होता तो पुलिस हाथ भी नहीं लगाती ऐसे। लेकिन उपचार के दौरान जब अस्पताल स्टाफ और वहां मौजूद मरीजों के तीमारदारों को यह पता चला कि यह महिला इस पुलिसकर्मी की मां नहीं, बल्कि सड़क हादसे में एक बुजुर्ग महिला थी। जिसे सड़क पर तड़पता देख पुलिसकर्मी ने अस्पताल में भर्ती कराया है। इस कार्य के बाद अस्पताल में मौजूद स्टाफ और तीमारदारों ने कस्बा इंचार्ज की जमकर सराहना की।