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बसपा नेता का विकास दुबे से नहीं निकला कोई कनेक्शन, इस कार्रवाई के बाद सभी 13 लोगों को पुलिस ने छोड़ा

locationसीतापुरPublished: Jul 06, 2020 02:25:58 pm

उत्तर प्रदेश के कानपुर की घटना को लेकर बेहद सतर्कता बरत रही पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान जिस बीएसपी नेता अनुपम दुबे को लाव लश्कर के साथ हिरासत में लिया था।

बसपा नेता का विकास दुबे से नहीं निकला कोई कनेक्शन, इस कार्रवाई के बाद सभी 13 लोगों को पुलिस ने छोड़ा

बसपा नेता का विकास दुबे से नहीं निकला कोई कनेक्शन, इस कार्रवाई के बाद सभी 13 लोगों को पुलिस ने छोड़ा

सीतापुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर की घटना को लेकर बेहद सतर्कता बरत रही पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान जिस बीएसपी नेता अनुपम दुबे को लाव लश्कर के साथ हिरासत में लिया था, उससे 10 घंटे की लंबी पूंछताछ के बाद भी पुलिस कुछ हासिल नही कर सकी और आखिर में महामारी अधिनियम के अलावा धारा 144 के उल्लंघन का केस दर्ज कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कह रही है। पुलिस ने सभी को जमानत के आधार पर छोड़ दिया है।

बीएसपी नेता समेत सभी के खिलाफ केस दर्ज

मिश्रित कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नैमिषारण्य में हरदोई बार्डर पर स्थित बरगदिया पुल के पास पुलिस टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान दो लग्जरी गाड़ियों से कुल 13 लोंगो को हिरासत में लिया था। जिनमें 9 के पास असलहे भी थे। इन्हीं में फर्रुखाबाद के बीएसपी नेता अनुपम दुबे भी शामिल थे। जो हरदोई की सवायजपुर विधानसभा सीट से बीएसपी के सिम्बल पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। दो लग्जरी गाड़ियों और 9 असलहों के साथ दुबे नाम के शख्स के हिरासत में आते ही पुलिस कड़क अंदाज में आ गयी। कई थानों की फोर्स को मिश्रित कोतवाली के बजाय संदना थाने बुलाया गया। आनन फानन में सभी बड़े अफसरों को इसकी सूचना दी गई, तो वे भी संदना थाने पहुंच गए।
सभी पर हुई ये कार्रवाई

थाने में अंदर मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगाकर सभी से पूछताछ की गई। उनके फोन की कॉल डीटेल निकालकर उसे भी गहराई से खंगाला गया। दोनों गाड़ियों के स्वामित्व का जब परीक्षण किया गया तो एक गाड़ी कुसुमलता दुबे और दूसरी गाड़ी का पंजीकरण मीनाक्षी दुबे के नाम पर पाया गया। उनके पास से बरामद सभी लाइसेंस भी वैध पाये गये। जानकारी के मुताबिक दोनों गाड़ियों के अंदर चालक सहित कुल 13 लोग सवार थे और उसमें से 9 लोगों के पास लाइसेंसी हथियार थे। जिसमें 1 बंदूक, 2 पिस्टल और 6 रायफल सहित तकरीबन 170 कारतूस शामिल थे। कल शाम से पूरी रात चली जांच के दौरान विकास दुबे से कोई कड़ी न जुड़ने और सब कुछ सही पाये जाने के बाद पुलिस ने अंतिम कार्रवाई के तौर पर महामारी अधिनियम और धारा 144 उल्लंघन का केस उनके खिलाफ दर्ज करने के बाद सुबह सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि सभी के खिलाफ केस दर्ज कर जमानत पर छोड़ दिया गया है और इन सभी के विकास दुबे से लिंक के कोई भी पुख्ता सबूत और जानकारी नही मिली है।
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