उधर, पोकरण शहर में तीन मरीजों के डेंगू होने की पुष्टि हुई है, जिसमें स्थानीय सेवकों की गली निवासी कौशल्या (३६), उसका पुत्र स्वरुप (१४) व पोकरण निवासी मिनाक्षी(२४) के स्वास्थ्य की जांच के बाद डेंगू के लक्षण मिले है।
यह है स्थिति – 30 से अधिक डेंगू के मरीजों की निजी अस्पतालों में हुई है पुष्टि – 70 से अधिक लोग मलेरिया से ग्रसित है शहरी क्षेत्र में। – 50 से अधिक लोग ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया से ग्रसित।
यह है डेंगू के लक्षण – तेज बुखार के साथ चक्कर आते है और सिरदर्द व पीठ दर्द होता है। – त्वचा पर लाल चकते बन जाते हैं। – आंखों में दर्द होने के साथ चेहरे पर आ जाती है सूजन
-शरीर हो जाता है कमजोर व शिथिल – शरीर की प्लेटलेट्स होने लगती है कम – अक्टूबर व नवम्बर महीने में होता है रोग ऐसे करें बचाव – कूलर व अन्य जगहों पर पानी जमा नहीं होने दें।
– शुद्ध पेयजल ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। – टांको में टेमीफोस डाल पानी में लार्वा नहीं जमने देें। – शाम को दरवाजें व खिड़कियां बंद रखें व मच्छररोधी दवा का छिडक़ाव करें।
ङ्क्षचता की बात नहीं है डेंगू के कुछ रोगी प्राथमिक स्टेज के जरुर आए है, लेकिन खतरे की कोई बात नहीं। जो जांचे आई है, वह निजी अस्पताल में आई है। डेंगू खतरे की बीमारी नहीं है।
– डॉ. आरएस चंपावत चिकित्सालय प्रभारी अधिकारी पोकरण