चंदेरी. ऐतिहासिक एवं पर्यटन नगरी चंदेरी में इस वर्ष का अन्तिम पर्यटक दल पहुंचा। नगरी अपने ऐतिहासिक वैभव और पर्यटन सम्पनन्नता के लिए पूरे विश्व में विख्यात है। इसके सापेक्ष समुचित प्रचार-प्रसार, प्रशासनिक उपेक्षा के चलते इस वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी महसूस की गई है। स्थानीय गाइड मुजफ्फर अहमद कल्लेभाई ने बताया […]
चंदेरी. ऐतिहासिक एवं पर्यटन नगरी चंदेरी में इस वर्ष का अन्तिम पर्यटक दल पहुंचा। नगरी अपने ऐतिहासिक वैभव और पर्यटन सम्पनन्नता के लिए पूरे विश्व में विख्यात है। इसके सापेक्ष समुचित प्रचार-प्रसार, प्रशासनिक उपेक्षा के चलते इस वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी महसूस की गई है। स्थानीय गाइड मुजफ्फर अहमद कल्लेभाई ने बताया कि इस वर्ष में गत वर्षों की तुलना मे कम संख्या में विदेशी सैलानी पहुंचे।
इस वर्ष मे 10 ग्रुप के लगभग 200 सैलानी यहां पर्यटन के लिए आए। अंतिम गु्रप में आस्ट्रेलिया से 8 पर्यटक वैलिन्डा, मार्क, थैरेसा, जेसिका, ग्रेगरी, जुडि, जिलियन, मेक्सवेल, अपने ग्रुप लीडर प्रदीप के साथ आए।
अधिकांश ग्रुप के सदस्यों ने ऐतिहासिक स्थलों की भरपूर प्रशंसा की, लेकिन हर पर्यटक की भांति वह भी ललितपुर चंदेरी मार्ग की दुर्दशा पर अचांभित थे। उनका कहना था कि इतने सुन्दर पर्यटक स्थल तक पहुंचने के लिए दुर्गम रास्ता पार करना पड़ता है।