मालूम हो कि
फरहान अख्तर ने अपना कॅरियर 17 साल की उम्र में लमहे (1991) जैसी फिल्मों के लिए सिनेमाटोग्राफर-निर्देशक मनमोहन सिंह के साथ प्रशिक्षु अभिनेता के रूप में शुरू किया था। 1997 में फिल्म हिमालय पुत्र में निर्देशक पंकज पराशर के सहायक के तौर पर काम करने के बाद तीन साल के लिए एक टेलीविजन प्रोडक्शन हाउस को सेवा देने वाले फरहान विभिन्न तरह के कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने 2001 की हिट फिल्म दिल चाहता है के साथ हिंदी सिनेमा में लेखन और निर्देशन के क्षेत्र में कॅरियर की शुरुआत की। 2007 में उन्होंने एचआईवी के कलंक और रोगी के प्रति परिवारवालों की सहानुभुति की जरूरत पर 12 मिनट की लघु फिल्म पॉजिटिव का निर्देशन भी किया। मुंबई में इसकी शूटिंग हुई और यह ‘एड्स जागो रेÓ की चार लघु फिल्मों की सिरीज का एक हिस्सा थी, जिसका निर्देशन मीरा नायर, संतोष सिवान, विशाल भारद्वाज और
फरहान अख्तर ने किया। यह सिरीज मीराबाई फिल्म, स्वयंसेवी संगठन आवाहन तथा बिल एंड मिलिंडा गेटस फाउंडेशन की संयुक्त पहल का नतीजा थी। मालूम हो कि इस फिल्म में
बोमन ईरानी, शबाना आजमी और एक नए अभिनेता अर्जुन माथुर ने भुमिकाएं निभाई थीं।
लखनऊ सेंट्रल में दिखेंगे फरहानअभिनेता
फरहान अख्तर अब अपनी अगली फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रलÓ में नजर आएंगे, जो १५ सितंबर को रिलिज होगी। इस फिल्म के प्रमोशन के लिए फरहान इन दिनों देश भर का दौरा कर रहे हैं। इस फिल्म में फरहान एक स्ट्रगलिंग भोजपुरी ऐक्टर का किरदार निभाने वाले हैं। फरहान कुछ अलग और हटकर रोल करना चाहते थे, इसी वजह से उन्होंने इस किरदार को चुना। फिल्म में वह भोजपुरी सुपर स्टार मनोज तिवारी के फैन के रूप में भी नजर आएंगे।