मामला खैराबाद थाना क्षेत्र के रहीमाबाद कस्बे में स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय का है। यहां आवासीय विद्यालय में पढ़ रही 52 छात्राएं बीती देर रात फूड पॉइजिनिंग का शिकार हो गईं। छात्राओं ने पेट में दर्द और जलन होने की जब शिकायत की तो सभी बीमार बच्चों का पहले स्कूल परिसर में ही इलाज शुरू किया गया। इलाज के बाद जब दो छात्राओं की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
छात्राओ का आरोप हैं कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा उन्हें जला और कच्चा खाना परोसे जाने के कारण वह बीमार पड़ गई हैं। जिला अस्पताल में भर्ती बालिकाओं ने बताया कि एमडीएम के खाने में कीड़े निकलना तो आम बात है, लेकिन जला और कच्चा खाना भी उनको परोस दिया जाता है। जिसके चलते यहां की छात्राएं कई बार बीमार पड़ चुकी हैं।
आवासीय परिसर में छात्राओं के बीमार पड़ने का यह कोई पहला मामला नही हैं, बल्कि इससे पहले भी अगस्त 2017 में मिड डे मील खाने से 31 बच्चे बीमार हुए थे और उसके बाद बीमार बच्चों को विद्यालय प्रशासन द्वारा कमरे में बंद कर दिया गया था। मामला तूल पकड़ने के बाद बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के बार-बार बीमार पड़ने के बाद भी इस ओर जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसका परिणाम आए दिन बच्चों को झेलना पड़ा रहा है।