परिजनों ने बयां किया दर्द देर रात लखनऊ से सीतापुर पहुंचे मृतक के परिजनों ने पुलिस की बर्बरता की कहानी बयां की हैं। परिजनों का आरोप हैं कि देर रात शव को वह लखनऊ स्थित आवास पर लाकर समर्थकों को अंतिम दर्शन कराकर अंतिम संस्कार करना चाहते थे लेकिन पुलिस और यूपी सरकार ने हम लोगों पर लाठियां भांजी और शव को लाकर सीतापुर फेंक दिया। परिजनों का आरोप हैं कि कमलेश तिवारी को लगातार जिहादियों की तरफ से धमकी भरे फ़ोन आते रहे जिसको लेकर सरकार से सुरक्षा की मांग की गई लेकिन योगी सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी और इसी का नतीजा हैं कि उनकी घर मे घुसकर हत्या कर दी गयी। परिजनों ने सीएम योगी के घर आने और एसएसपी लखनऊ समेत नाका थाना के पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की हैं और जब तक कमलेश तिवारी को राष्ट्रीय सम्मान नही दिया जाता हैं तब तक शव का अंतिम संस्कार नही किया जाएगा। परिजनों ने कहना हैं कि जब तक उनकी इन मांगों को पूरा नही किया जाएगा तब तक शव का अंतिम संस्कार नही किया जाएगा। वहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी परिजनों के मनाने में जुटे हुए हैं।