विवादित राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण को लेकर श्री राम जन्म भूमि मंदिर
निर्माण ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष ने कोर्ट में दायर की एक नयी याचिका,
कोर्ट ने स्वीकार किया, याचिका कर्ता का दावा इन तर्कों पर इससे पहले कोर्ट
में नहीं है कोई मुकदमा।b
Ram Mandir Issue
बाराबंकी. यूपी के बाराबंकी में आयोध्या की विवादित भूमि राम जन्म मंदिर निर्माण को लेकर एक नयी याचिका न्यायलय में दायर की गयी है। श्री रामजन्म भूमि मंदिर निर्माण न्याय के नव नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष व बीजेपी नेता ने आज जिले की सिविल कोर्ट में मंदिर निर्माण को लेकर 25 तर्कों का उल्लेखमय दस्तावेज दाखिल किया, साथ ही याचिका कर्ता ने कोर्ट पर टिप्पड़ी करते हुए भगवान राम मंदिर निर्माण का फैसला जल्द से जल्द सुनाने को कहा है।
बीजेपी पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने बाराबंकी सिविल कोर्ट नंबर 20 में 25 तर्कों का उल्लेख करते हुए दस्तावेज भी पेश किया है। याचिका कर्ता ने दाखिल याचिका में दावा किया है की विद्दानों, इतिहासकारों के मतानुसार आयोध्या महाराज मनु द्वारा बसाए गए कौशल देश की राजधानी थी और उसके बाद वहां के राजा दशरथ थे और उन्ही के पुत्र राम और उनके सभी भाई भी वहां पैदा हुए थे। उनका नार भी वही गड़ा है। बाल्मीकि, रामायण, रामचरित मानस की प्राचीनता का उल्लेख करते हुए वर्णित तथ्यों के आधार पर न्यायलय में तर्क प्रस्तुत किये है।
याचिका कर्ता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने कोर्ट पर टिप्पड़ी करते हुए आरोप लगाया है की कोर्ट याकूब मेनन जैसे लोगो की सुनवाई रात में कर सकती है तो इस फैसले में देरी क्यों। फिलहाल कोर्ट ने याचिका कर्ता की याचिका सुरक्षित कर ली है। मुकदमे की पैरवी कर रहे अधिवक्ता पुनीत मिश्रा का कहना है कि ये मुकदमा पहले से चल रहे उन मुकदमों से बिल्कुल अलग है जिसपर कोर्ट कार्यवाही करे।