मासूमों को निशाना बना रहे कुत्ते
आवारा कुत्तों के इस दहशत भरे माहौल से लोगों ने कई बार अधिकारियों खासकर सीतापुर सिटी मजिस्ट्रेट को अवगत कराया लेकिन कार्यवाही के नाम पर महज झुनझुना पकड़ा दिया गया। जिससे हालात दिन पर दिन बदलते गये और आवारा कुत्ते मासूमों को निशाना बनाते रहे। कुछ केसों का हवाला देकर सीतापुर के खैराबाद में फैली इन कुत्तों से दहशत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
अब तक हुए इतने केश
1- यहां के ग्राम खुरेहटा गांव के सिद्धनाथ की सात वर्षीय शगुन को कुत्तों के झुण्ड ने घेर कर नोंचा औए उसके आखिरी दम के न निकल जाने तक नोंचते रहे। लिहाजा शगुन की कुछ ही देर में मौत हो गयी।
2- यहां के गुलरिपुरवा निवासी मोबिन का 11 वर्ष का पुत्र रहीम आवारा कुत्तों का शिकार हो गया। यहां कुत्तों ने रहीम को अपनी भूख का ऐसे निवाला बनाया कि कुत्तों ने रहीम का पेट फाड़ दिया और उसकी मौत हो गयी।
3- यहां के गोविंदसरायं निवासी कैलाश की 11 वर्षीय पुत्री सोनम को कुत्तों के एक बड़े झुण्ड ने घेर लिया और उसको भी अपना निवाला बना लिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
4- यहां के बद्रीखेड़ा निवासी मासूक के 10 वर्ष के पुत्र अरबाज को भी इन्ही आवारा कुत्तों के झुण्ड ने घेर कर मार डाला।
5- यहां के नेवादा निवासी रशीद की पुत्री सानिया को भी कुत्तों के झुण्ड ने अपना निशाना बना लिया।