घटना खैराबाद थाना क्षेत्र के महेशपुर चिलवारा गांव की है। यहां के निवासी छंगा की 10 वर्षीय पुत्री रीना गांव के बाहर खेतों में परिवार के साथ आम गेहूं की बालिया बीनने गयी थी। बाली बिनने के दौरान ही देखते ही देखते कुत्तों के एक झुंड ने मासूम बच्ची पर हमला बोला दिया और उसे नोंचकर मौत के घाट उतार दिया। जिला प्रशासन के लचर रवैये से नाराज ग्रामीणों और परिजनों ने नेशनल हाइवे 24 पर शव रखकर उग्र प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उग्र ग्रामीणों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और भीड़ को हटाकर नेशनल हाइवे को खाली कराया। पुलिस द्वारा परिजनों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले को शांत कराया।
सीएम के दौरे के बाद भी संजीदा नहीं जिला प्रशासन- 11 मई को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनपद के दौरे पर आदमखोर कुत्तों के हमले में मारे गए बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सहायता राशि देने का भी ऐलान किया था। सीएम ने जिला प्रशासन को ग्रामीणों को आदमखोर कुत्तों से निजात दिलाने के लिए हिदायत दी थी साथ ही गावों में ग्राम सुरक्षा समिति बनाकर कॉम्बिंग कराने की बात कही थी। लेकिन सीएम के जाने के बाद जिला प्रशासन की सारी कार्यवाही महज कागजों तक ही सीमित रह गई और नतीजा यह रहा कि आज फिर कुत्तों ने एक और मासूम को अपना शिकार बनाया और उसकी मौत हो गयी।