दरअसल पद्मावत फिल्म को लेकर शुरू हुआ बवाल बीते कई महीनों से शांत होने का नाम नहीं ले रहा था। वहीं गुरुवार 25 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट और सेंसर बोर्ड की हरी झंडी मिलने के बाद चार राज्यों को छोड़कर पूरे देश में एक साथ फिल्म रिलीज तो कर दी गई, लेकिन इसन जगह-जगह हिंसक वारदातों को जन्म दे दिया। सीतापुर भी इससे अछूता ना रहा और यहां मॉल के बाहर फिल्म का पोस्टर लगते ही हंगामा शुरू हो गया और कुछ लोगों ने मॉल के मालिक संजय अग्रवाल पर जानलेवा हमला कर दिया।
उस हमले के बाद मॉल प्रशासन ने फिल्म का पोस्टर फौरन उतार दिया और एक भी शो नहीं चल सका। आज दूसरा दिन बीतने के बाद भी सीतापुर में पद्मावत नहीं रिलीज हुई जबकि पड़ोस में राजधानी लखनऊ में लोगों ने कल से ही यह फिल्म देखना शुरु कर दिया है। एससीएम मॉल के मैनेजर राम नरेश शर्मा की माने तो कल से फ़िलहाल फिल्म नहीं चली है, लेकिन कल सुबह आगे के आदेश मिलने के बाद ही निर्णय लिया जायेगा। जाहिर है सीतापुर में कुछ अराजक तत्वों की वजह से यहां के लोगों को फिल्म पद्मावत देखने को नहीं मिल सकी है। क्या आगे फिल्म सीतापुर में पर्दों पर दिखाई जाएगा, यह सवाल यहां बना हुआ है।