रामपुर मथुरा का मामला मामला रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र का है। यहां पर स्थित एक आश्रम की संचालिका गीता पाठक ने जमीन में दफन धन को प्राप्त करने के लिए विभिन्न जगहों से 40 पुरोहितों को बुलाकर उनसे 11 दिन तक अनुष्ठान कराया और विदाई के समय उन्हें 5 लाख 53 हजार के नकली नोट थमाकर फरार हो गयी। इस मामले का खुलासा उस वक़्त हुआ जब पुरोहितों ने पैसे का बंटवारा शुरू किया तो भारतीय मनोरंजन बैंक के नोट देखकर उनके होश फाख्ता हो गए और मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में महिला के खिलाफ केस दर्ज जांच पड़ताल शुरू की तो 48 घण्टे के अंदर ठग महिला को थानगांव इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
महिला गिरोह बनाकर करती है काम पुलिस का कहना हैं कि महिला गिरोह बनाकर ठगी का काम करती है इसलिए इसके गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक,अपने आश्रम में वह हर साल महायज्ञ करवाती है जिसमे हजारों श्रद्धालु गैर जनपद से आते हैं और अधिक मात्रा में चढ़ावा चढ़ाते है जिससे वह अपने ऐशो आराम की ज़िंदगी गुजारती हैं। इन्ही सब आस्था के कामों को करके उसने लोगों का विश्वास जीत लिया है इसीलिए शायद यही वजह है कि वह इलाके में माता जी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। पुलिस द्वारा किये जा रहे इस खुलासे के बाद लोगों के सामने गीता पाठक की सच्चाई आने के बाद उनके होश फाख्ता हो गए हैं। पुलिस का कहना हैं कि इन सब मामले में सबसे अहम बात यह कि इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट आये तो कहां से आये हैं।