उन्होंने कहा इतना पैसा हम शराब पर खर्च करते हैं अगर उतनी पैसा हम अपने बच्चों की शिक्षा दीक्षा पर खर्च करें तो यही बच्चे शिक्षित होकर न सिर्फ अपने में स्वाभिमान महसूस करेंगे बल्कि परिवार व समाज का सर्वांगीण विकास भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने पूरे देश में पासी समाज में व्याप्त कुरीतियों अशिक्षा अन्धविश्वास से निजात दिलाने का जो प्रयास पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री रामलाल राही द्वारा किया जा रहा है वह प्रशंसा योग्य है।
रैली की अध्यक्षता करते हुए महाराजा छीता पासी सेवा संस्थान के संरक्षक व पूर्व गृहराज्य मंत्री भारत सरकार रामलाल राही ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हम राजनीति से भी समाजनीति को अच्छा मानते हैं जहां सामाजिक स्वजातीय कार्यक्रम होते हैं वहां हम समाज में राष्ट्रप्रेम जगाने व उन्हें शिक्षा आदि के संबन्ध में जागरूक करने का कार्य करते हैं। श्री राही ने कहा हमारे समाज में शराब पीने व बनाने का जो कार्य चल रहा है उसमें इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोग जागरूक होकर छोड़ रहे हैं। हमारे समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता आती जा रही है, जिसका परिणाम है कि हर क्षेत्र में समाज के लोग आगे आ रहे हैं। हमारे जिले के दो बच्चों ने हाल ही में आईआरएस बनकर समाज व परिवार का नाम रोशन किया है। साहित्य क्षेत्र में भी इस समाज के लोग योगदान करने लगे हैं यह अच्छी बात है। श्री राही ने आह्वाहन किया कि नशा छोड़ो इज्जत और शिक्षा से नाता जोड़ो क्योंकि शिक्षा एक ऐसी चाबी है जिससे हम सुखसमृद्धि के द्वार खोल सकते हैं और समाज में स्वाभिमान के साथ रह कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए पासी समाज के वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व महानिदेशक संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार डाॅ. शीतला प्रसाद ने पासी समाज के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह समाज साहसी व देशभक्त रहा है इस कारण मुगल शासन में इसे विधर्मी तथा ब्रिटिश शासन ने इसे अपराधशील जाति घोषित किया। सन् 1952 के बाद इस समाज को मुख्यधारा में जोड़ने का अवसर मिला। अगर यह समाज शराब जैसे कुव्यसन का परित्याग कर दे तो इसे आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता।
हरियाणा राज्य की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत रोशन लाल पासी ने कहा कि स्वजातीय बंधु हरहाल में अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए आगे बढ़ें क्योंकि जिस घर में शिक्षा का अभाव है वह घर परिवार आगे नहीं बढ़ सकता है। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए बिहार के बेगू सरांय निवासी दिलीप चैधरी ने कहा हमारे समाज के लोग बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में काफी संख्या में हैं। समाज में कुछ विकृतियां हैं जिन्हें दूर करने का प्रयास वरिष्ठ समाजसेवी रामलाल राही सहित अन्य समाज के प्रबुद्धजन कर रहे हैं। इस रैली को संबोधित करते हुए मिश्रिख क्षेत्र विधायक रामकृष्ण ने पासी समाज के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जब पहला विधानसभा चुनाव निर्दलीय रूप में जीता था तब मुझे अपने समाज का एक-एक मत मिला था इसलिए हम अपने समाज के भी चिरऋणी हैं। पूर्व विधायक बालगोविंद राजवंशी ने समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर कर अच्छाईयों की ओर बढने की बात कही। हरगांव क्षेत्र विधायक सुरेश राही ने कहा मेरे पिता जी समाज को जगाने के लिए जिस प्रकार कार्य करते हैं मैं भी उनके बताए रास्ते पर चलकर सभी की सेवा करूगां। उन्होंने शराबखोरी व इसके कारोबार में लिप्त लोगों से इससे दूर रहने की सलाह दी।
इस रैली को इतिहासकार झब्बूराम विद्यार्थी, रैली संयोजक महेशप्रसाद राजवंशी, संतकुमार भार्गव, श्रीपाल वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय भार्गव,पूर्व विधायक रमेश राही, पूर्वजिला पंचायत सदस्य मंजरि राही सहित स्वजातीय चिंतकों विचारकों ने संबोधित किया। रैली का संचालन लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. दिनेश कुमार व राजीव कुमार राजवंशी ने संयुक्तरूप से किया। इस रैली में पासी समाज के वरिष्ठसमाज सेवी, राजनीति, विधि व चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों में विधायक रामकृष्ण भार्गव, झब्बूराम विद्यार्थी, शिव दयाल वर्मा, मास्टर छोटकऊ लाल, पुत्तूलाल भृगु, सुंदरि राही, मनोहर लाल राजवंशी, जवाहिरलाल राजवंशी, डाॅ एमएल आर्य, अजय भार्गव आदि का सम्मान अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रमेश राही, अशर्फीलाल, परशुराम लल्ला, महेंद्र वर्मा, मौजपाल, रामदत्त, मायाराम रावत, प्रेम वर्मा, सूरजलाल, सियाराम, डाॅ. कमलारावत, गोमती देवी, किरन आदि का रहा।