नदियां तेजी से कर रहीं कटान शारदा और घाघरा नदियों के जलस्तर से बाढ़ पीड़ित सब कुछ तो गवां चुके है लेकिन अब नौनिहालों की शिक्षा के लिए बने स्कूल पर भी खतरा मंडरा रहा है। बाढ़ ग्रस्त इलाके की सबसे बड़ी ग्राम सभा गोलकोडर का मजरा फ़ौजदारपुरवा,परमेश्वरपुरवा,और खुशीपुरवा गांव का अस्तिव घाघरा नदी की कटान में समाप्त हो चुका है। ग्रामीण अपने हाथों से ही अपना आशियाना उजाड़ कर सुरक्षित स्थानों पर तिरपाल डालकर रहने को मजबूर है। कटान पीड़िता कमलेश कुमार,संतोष,श्यामलाल,दिनेश,संतराम का कहना है कि उनकी जीवन मे जो कुछ भी था वह सब नदी की धारा में समां चुका हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद दिलाने के लिए टीमें गांव में दौरा कर रही है। लेखपाल सदानंद का कहना है कि कटान से बेघर हुए लोग चिन्हित किये जा रहे है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उन्हें रहने के लिए जमीन की भी तलाश की जा रही है। जिला प्रशासन पीड़ितों को तिरपाल और राशन सामग्री किट भी वितरित कर रहा है।