किसी पक्ष की तरफ से कोई शिकायत नहीं सांसद रेखा वर्मा और विधायक शशांक त्रिवेदी के बीच महोली में हुए कंबल वितरण के दौरान विवाद में अभी तक किसी भी पक्ष की तरफ से कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी नौबत आने से पहले ही जिला संगठन के लोगों ने वहां पहुंचकर दोनों को आमने सामने बैठा कर मामले को ठंडा कर दिया। वहीं इस मामले में विधायक के गनर पर कारवाई की बात काफी चर्चा में है। सूत्रों की मानें तो विधायक शशांक त्रिवेदी के गनर पर सांसद रेखा वर्मा के पुत्र के साथ बदसलूकी और सांसद के साथ बहसा बहसी का मामला दिखाकर कार्यवाही किए जाने की तैयारी की जा रही है।
जम कर हुआ झगड़ा जाहिर है वहां मौजूद सैकड़ों लोगों के बीच में सांसद और विधायक समर्थकों के बीच धक्का मुक्की हुई, लात घूंसे चले और गाली गलौज भी दी गईं। साथ ही इसी बीच सांसद ने अपनी जूती से विधायक समर्थकों पर हमला भी बोला लेकिन जिम्मेदार जिला प्रशासन के नजर में कुछ भी नहीं आया। ऐसे में इस बात का अंदाजा साफ तौर पर लगाया जा सकता है कि महज विधायक के गनर पर कार्यवाही कर मामले की समाप्ति करने की कोशिश एक बार फिर बड़ी मछलियों के बीच छोटी मछली पर चलाई जा रही तलवार केे अलावा कुछ और नहीं है। वहीं एक बात तो साफ़ है कि जब दोनों पक्षों की तरफ से मारपीट हुई, तो सिर्फ सिपाही पर कार्रवाई की तैयारी करना भी सत्ता पक्ष के नेताओं को संरक्षण देना और सरकार की किरकिरी को बचाना भी मालूम देता है।
मामले की जांच चल रही है वहीं जब इस मामले में पत्रिका न्यूज़ में सीतापुर पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी से बात की, तो उन्होंने कहा कि विधायक के गनर पर फिलहाल पुलिस लाइन में अटैच कर लिया गया है। उसके खिलाफ आई बात को लेकर जांच की जा रही है।साथ ही सांसद रेखा वर्मा के द्वारा अपनी जूती को लेकर किए गए हमले के मामले में भी एसपी सीतापुर ने बताया कि इस मामले की भी जांच चल रही है और जांच में आरोप स्पष्ट होने पर सांसद के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।