गौरतलब हैं कि डीएम और एसपी आंख अस्पताल चौराहे के निकट बने सीतापुर क्लब और एक हिस्से में बने रेस्टारेंट पर अवैध कब्जा हटवाने गए थे। इस दौरान उन्होंने रेस्टॉरेंट का हिस्सा जेसीबी मशीन से गिरवा दिया और सीतापुर क्लब पर प्रशासन का ताला जड़वा कर क्लब के दो पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया। क्लब के दोनो पदाधिकारी रामपाल सिंह व ओमप्रकाश गुप्ता पेशे से अधिवक्ता है। क्लब में शराब की बोतलें और आपत्तिजनक चीजें मिलने पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दोनो को पुलिस हिरासत में लिए जाने से अधिवक्ता उग्र हो उठे और लालबाग चौराहे पर पहुँच कर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी करने लगे। इसी दौरान पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी जनपद न्यायाधीश से मीटिंग करने के लिए उनके कार्यालय में पहुँच गए। पुलिस कप्तान को न्यायालय परिसर में देख अधिवक्ता भड़क गए और उनसे मिलने के लिए डीजे के चैंबर में जाने लगे। एसपी के पीआरओ ने जब उन्हें रोका तो वकीलों ने जूतों से पीआरओ की पिटाई कर दी और जनपद न्यायाधीश के चैंबर में घुस गए। एसपी ने मामले में कार्यवाही करते हुए वीडियों के जरिये 6 नामजद और 6 अज्ञात वकीलों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में तत्काल गिरफ़्तारी के निर्देश दिए हैं। एसपी ने बताया कि यह सभी वकील अपराधी प्रवत्ति के हैं इन सभी के खिलाफ लूट,डकैती,मारपीट,गाली गलौच सहित सरकारी कार्य में बाधा सहित संगीन धाराओं में केस दर्ज कर मामले में 25-25 हजार का इनाम घोषित करके एन.एस.ए. के तहत कार्यवाही की जाएगी।