सदरपुर इलाके का मामला मामला सदरपुर इलाके का है। यहां के ग्राम शमसाबाद निवासी रामस्वरूप का 10 वर्षीय पुत्र सुमित की एक सप्ताह पूर्व तबियत खराब हुयी थी। बीमार सुमित को बुखार के साथ पेट खराब होने की समस्या थी,जिस पर परिजनों ने उसकी कोरोना जांच करायी जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी। परिजनों ने बीमार सुमित का इलाज निजी चिकित्सक के यहां करायी जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गयी। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को मृतक सुमित के भाई 14 वर्षीय कौशल किशोर का भी अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया। परिजन उसे लेकर निजी चिकित्सक के यहां पहुंचे जहां उसकी भी उपचार के दौरान देर रात मृत्यु हो गयी। सप्ताह भर में दो भाइयों की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया।
जांच में जुटा स्वास्थ्य महकमा परिजनों की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया और संक्रमित व्यक्तियों की कोरोना जांच की। स्वास्थ्य विभाग के सीएचसी अधीक्षक डॉ आशीष वर्मा का कहना हैं कि परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना जांच करायी गयी लेकिन सभी निगेटिव पाए गए है। सीएमओं आलोक वर्मा का कहना है कि बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए संक्रमित परिवार के सदस्यों की अन्य जांच के लिए सैम्पल लेकर लैब भेज दिया गया हैं जिससे यह पता चल सके कि किस बीमारी ने गांव में ढेरा डाल दिया है और दो लोगों को अपने आगोश में ले लिया है।