मामला खैराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम मजलिसपुर का हैं। यहां के निवासी रामचंद्र अपने दो बेटों प्रमोद और हरीश के साथ टाट-पट्टी की झोपड़ी में रहता था। ग्रह स्वामी रामचंद्र और छोटा बेटा हरीश चाट बेचकर अपने परिवार का गुजर बसर करता था बल्कि बाद बेटा प्रमोद रिक्शा चलाकर परिवार में पिता का हाथ बटाता हैं। बीती रात हुयी तेज बारिश और शीतलहर के चलते परिवार के सभी सदस्य घर के पुराने बिस्तर पर लेटे थे और एक कंबल में तीनों पिता पुत्र सो रहे थे।तभी देर रात हरीश की तबियत बिगड़ी और उसको उल्टियां होने लगी। सुबह जब परिजन हरीश को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार अस्पताल में डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के लिए नही कहा और शव को ऐसे ही घर ले जाने के लिये दे दिया। परिजनों ने बेटे हरीश का शव दफनाकर एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर रहम की गुहार लगायी हैं। परिजनों का कहना हैं कि उनके बेटे की ठंड लगने से मौत हुयी हैं और प्रशासन उनकी मदद करे। मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद डीएम ने शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराकर जांच की बात कह रही हैं हालांकि इस कड़ाके की ठंड से हुयी युवक की मौत ने शासन द्वारा चलायी जा रही तमाम योजनाओं की कलई खोल कर रख दी हैं।