दहा नदी से दहशत
दहा नदी में उफान से शहर के तटीय इलाके के लोगों में दहशत कायम हो गया है। जहां नदी का जलस्तर पिछले साल की अपेक्षा इस साल ज्यादा बढ़ गई है। इस वजह से अब और ज्यादा जलस्तर बढऩे के बाद दाहा नदी का पानी कई मोहल्लों के घरों में भी प्रवेश कर जाएगा। इस वजह से सीवान शहर में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। शहर के बीच से दाहा नदी गुजरती है। यह नदी शहर के लिए जीवनदायिनी है लेकिन बाढ़ के दिनों में विकराल रूप धारण करने से परेशानी का सबब बन जाती है।
नदी में उफान
शहर में यह नदी मिशन कंपाउंड महादेवा, रामदेव नगर ,चित्रगुप्त नगर, करमली हाता, शास्त्री नगर नई किला राजबंशी नगर कंधवारा समेत कई मुहल्ले से होकर गुजरती है। इसमें नदी के जल स्तर जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी में उफान आ गया है। सिसवन में सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण इस नदी के जल स्तर बढ़ोतरी हुई है। शहर के कई मोहल्लों में नदी के पानी घरों के किनारे तक पहुंच गया है। इस वजह से ऐसे घरों के लोग दहशत में है।
मलाई बांध ढहा
सरयू नदी के बढऩे के कारण दाहा नदी का भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी के कटाव से कठताल व मधवापुर के बीच स्थित मलाई बांध सैलाब के पानी में बह गया। जिससे सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई। नदी के पानी से बखरी पंचायत के गांवों बखरी, नवलपुर, सोनबरसा पंचायत के जगदीशपुर महानगर गांवों के हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में लगी धान की फसल को बर्बाद हो गई है।
मंदिर जलमग्न
प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के पानी से जन जीवन अस्त-व्यस्त है। चैनपुर बाजार के कंटेश्वर महादेव मंदिर में वर्षा का पानी घुस गया है। कंटेश्वर महादेव का तालाब अतिक्रमण व कचरा से भरा हुआ है। बजार के नाले का पानी मंदिर के तालाब में गिरता है। इसके जल निकासी के सभी मागज़् बंद हैं। वषाज़् होने पर गंदे नाले का पानी मंदिर में घुस गया है। सावन के महीने में मंदिर में पानी के घुसने से श्रद्धालु परेशान हैं।
बाढ़ की आशंका
गोपालगंज जिले के देवापुर के समीप गंडक नदी का बांध टूट जाने की वजह से प्रखंड में एक बार पुन: बाढ़ की आशंका से लोग सहमे हुए हैं। दो दशक पूवज़् प्रखंड के लोग गंडक नदी का बांध टूटने की वजह से बाढ़ के विध्वंसकारी प्रकोप को याद कर सिहर जा रहे हैं। प्रखंड के भादा खुर्द, बलडीहा, डुमरा, भोपतपुर, पड़ौली, जगतपुर, गोपालपुर, बसौली पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने की प्रबल आशंका बनी हुई है। लोग बाढ़ की आशंका को देखते हुए ऊंचे स्थानों पर अपने आशियाने की तलाश में लगे हैं। माल मवेशी सहित जरूरी सामानों को लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। प्रखंड क्षेत्र से गुजर रहे गंडक नहर के बांध पर भी लोग अपना अस्थाई आशियाना बनाने की जुगाड़ में लगे हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन पूरी स्थिति पर गंभीर दिख रहा है।