सीवान में दबंगों की बीवियां
सीवान के चुनावी मैदान में बाहुबलियों की जोर आजमाइश इस बार भी नहीं थमी। आरजेडी ने बाहुबली शहाबुद्दीन की बीवी हिना शहाब को उम्मीदवार बनाया है। वह पिछला चुनाव भी लड़ी और भाजपा के ओमप्रकाश यादव से हार गई। इस बार एनडीए में यह सीट जदयू के खाते में डाल दी गई। जदयू ने बाहुबली अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह को उम्मीदवार बनाया है।कविता सिंह पूर्व जदयू विधायक जगमातो देवी की पुत्रवधू और कट्टर हिंदुवादी अजय सिंह की पत्नी हैं। यहां आजादी के बाद पहली बार ऐसा मुकाबला होगा जब दो बाहुबलियों की बीवियों में आरपार की लड़ाई है। हिना शहाब दो बार से मैदान में रहीं पर ओमप्रकाश यादव से हार गईं।सीवान में छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है।
बाहुबली अजय सिंह की मां जगमातो देवी दरौंदा से जदयू की विधायक थीं। 2011में उनका निधन हो गया। फिर पितृपक्ष में उपचुनाव की घोषणा हुई। हत्यारोपी अजय सिंह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते थे लिहाजा उन्होंने पितृपक्ष में ही कविता से शादी रचा डाली। फिर नई नवेली दुल्हन को जदयू का उम्मीदवार बनवा डाला। पहले मुकाबले में ही कविता विधायक बन गई। इस बार लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनी हैं। दिलचस्प यह है कि इस बार कविता सिंह को खरमास में ही उम्मीदवार बनाने की घोषणा की गई।
शिवहर में रमा देवी मैदान में
सीवान के अलावा शिवहर में भाजपा की रमा देवी एक बार फिर मैदान में हैं। वह अपने जमाने के बाहुबली रहे बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी हैं। वह पिछली बार काफी मतों के अंतर से विजयी हुई थीं। शिवहर से लवली आनंद के भी चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। महागठबंधन में यह सीट आरजेडी के खाते में है। तेजप्रताप यादव की जिद है कि उनकी पसंद का उम्मीदवार यहां से दिया जाए। वह अंगेश सिंह को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। आरजेडी ने अभी यहां से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। वैशाली से सांसद रहे रामा सिंह भी लालू यादव से संपर्क में हैं और राजपूत बहुल इस क्षेत्र में आरजेडी उन्हें भी उम्मीदवार बना सकता है। वह लोजपा के वैशाली से सांसद रहे पर इस बार लोजपा छोड़ वह लालू के संपर्क में हैं। बाहुबली आनंद मोहन की पूर्व सांसद बीवी लवली आनंद यदि मैदान में उतरती हैं तो आरजेडी को यह सीट कांग्रेस को देनी पड़ जाएगी जो फिलहाल संभव नहीं दिखता। वह पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। आनंद मोहन अभी जेल में हैं। इस सीट पर 12 मई को मतदान है।
नवादा और मुंगेर में भी बाहुबलियों की बीवियां
नवादा और मुंगेर में भी बाहुबलियों की बीवियां चुनाव मैदान में उतरी हैं। नवादा में आरजेडी ने नाबालिग से रेप के आरोप में विधायकी गंवा चुके सजायाफ्ता राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को मैदान में उतारा है। वह पहला चुनाव लड़ रही हैं। एनडीए ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की यह सीट लोजपा के खाते में डाल दी। लोजपा ने बाहुबली सूरजभान सिंह की निवर्तमान सांसद पत्नी वीणा देवी की जगह चंदन कुमार को मैदान में उतारा है। चंदन सूरजभान सिंह के छोटे भाई हैं। कहा जा रहा कि वीणा देवी कुछ का कुछ बोल देती हैं इसलिए उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया। यहां पहले चरण में 11 अप्रैल को ही मतदान होना है।
मुंगेर में बाहुबली अनंत सिंह की बीवी
लोजपा के खाते की सीट मुंगेर एनडीए में जदयू को दे दी गई। समीकरण ऐसा बना कि गिरिराज सिंह की नवादा सीट को लेकर जदयू के खाते में मुंगेर सीट दे दी गई। लोजपा को मुंगेर के बदले नवादा दिया गया और गिरिराज सिंह बेगूसराय भेज दिए गए। जदयू ने यह सीट जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की उम्मीदवारी के लिए लोजपा से ली है। ललन सिंह उम्मीदवार बने तो बाहुबली विधायक अनंत सिंह की बीवी नीलम देवी को कांग्रेस ने उम्मीदवार बना दिया। अनंत सिंह कांग्रेस की उम्मीदवारी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा चुके पर लालू यादव इनके नाम पर सहमत नहीं थे। लिहाजा कांग्रेस को सीट शेयरिंग में मिले मुंगेर से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद उम्मीदवार बनाना तय कर दिया गया। अनंत सिंह राहुल गांधी की पटना गांधी मैदान रैली में भीड़ जुटाने के लिए खासा चर्चित रहे हैं। नीलम देवी के मैदान में आ जाने से ललन सिंह बनाम अनंत सिंह का यहां सीधा मुकाबला होगा और लड़ाई बड़ी रोचक हो जाएगी। यहां चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है।
बाहुबली पप्पू यादव भी मैदान में
तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मधेपुरा का भी रोचक मुकाबला होगा। कभी लालू यादव को पराजित कर देश दुनिया में सुर्खियां बटोरने वाले शरद यादव परिस्थितियों की मार झेलते हुए इस बार यहां लालू यादव की आरजेडी के चुनाव चिन्ह लालटेन लेकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। एनडीए ने जदयू के दिनेश चंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है। वह राज्य सरकार के मंत्री भी हैं।यहां रोचक मुकाबले में निवर्तमान सांसद पप्पू यादव भी उम्मीदवार हैं वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की हर कोशिश कर चुके हैं पर लालू यादव उनके नाम पर कतई तैयार नहीं हुए।बृजबिहारी हत्याकांड के आरोपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अंततः अपनी दावेदारी नहीं छोड़ी।वह चुनाव मैदान में उतरकर मुकाबले को दिलचस्प मोड़ दे रहे हैं।