राप्ती का जलस्तर बढ़ा
थानाघाट पर स्थित गेज के अनुसार सरयू नदी 66.40 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। यहां खतरे का निशान 66.50 मीटर है। राप्ती नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है। सरयू के पानी से थानाघाट, तुलसीघाट की सीढिय़ां डूब गई हैं। कटइलवा गांव के सामने नदी का दबाव बढ़ रहा है। वहां सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। गांव के रामप्रकाश, शिवसरन, बरहज राम विलास, शिव कुमार का कहना है कि नदी का जलस्तर बढऩे से एक बार फिर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।
दाहा भी उफान पर
पिछले एक सप्ताह से रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश के चलते सरयू व दाहा नदी उफनने लगी है। इन दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। सरयू नदी गंगपुर सिसवन में वार्निंग लेवल के करीब बह रही है। केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक सरयू नदी का जलस्तर गंगपुर सिसवन में 55.64 मीटर रिकॉर्ड किया गया। पिछले 48 घंटे के दौरान यहां नदी के जलस्तर में 50 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। अभी भी यहां नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। हालांकि पिछले 24 घंटों में नदी का जलस्तर बढऩे की रफ्तार में कमी आई है।
कछार में बाढ़ की आशंका
क्षेत्र से प्रवाहित होने वाली नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। राप्ती और गोर्रा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान करीब 40 से 80 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। दोनों नदियों के जलस्तर में 20 से 50 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। दोनों नदियां खतरे के निशान 70.50 मीटर के करीब पहुंच रहीं हैं। इसके साथ ही कछार में बाढ़ आने की आशंका बढ़ गई है। तटवर्ती लोगों की नींद उड़ गई है।