अदनान सामी को पद्म विभूषण दिये जाने का ऐलान के बाद इसको लेकर सवाल उठाए जाने और विरोध करने के सवाल पर कहा कि कला की न कोई जाति होती है और न ही कोई धर्म। कलाकार की कला का सम्मान होना चाहिये। इस दौरान उन्होंने लोगों के आग्रह पर खेले मसाने में होली गीत गाकर भी सुनाया।
By Santosh