रविवार देर रात अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने सोनभद्र नरसंहार मामले में एक हजार पेज की रिपोर्ट सीएम को सौंपी थी, सौंपी गई रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर डीएम और एसपी को हटाया गया है । तीन सदस्यीय जांच कमिटी में अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार के अलावा थे प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चंद्रा और कमिश्नर मिर्जापुर एके सिंह भी शामिल थे। बता दें कि उम्भा गांव में हुए नरसंहार मामले में 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी ।
सोनभद्र मामले में अब तक क्या हुआ
डीएम अंकित कुमार अग्रवाल को हटाकर नियुक्ति विभाग से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई।
एसपी सलमान ताज पाटिल को हटाकर डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई।
डीएम अंकित कुमार अग्रवाल को हटाकर नियुक्ति विभाग से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई।
एसपी सलमान ताज पाटिल को हटाकर डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई।
1955 के तत्कालीन तहसीलदार रॉबर्ट्सगंज के जिंदा होने पर उनके खिलाफ एफआईआर के आदेश।
1989 के तत्कालीन परगना अधिकारी और तहसीलदार के खिलाफ भी जीवित होने पर होगी FIR
सहायक अभिलेख अधिकारी सोनभद्र राजकुमार को निलंबित करते हुए FIR दर्ज करने के आदेश।
सीओ घोरावल अभिषेक सिंह, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, सब-इंस्पेक्टर लल्लन प्रसाद यादव, बीट कांस्टेबल सत्यजीत यादव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश।
2017 में तत्कालीन एसडीएम घोरावल विजय प्रकाश तिवारी और मणि कण्डन, सीओ विवेकानंद तिवारी, राहुल मिश्रा, इंस्पेक्टर घोरावल आशीष कुमार सिंह और शिव कुमार मिश्र के खिलाफ FIR के आदेश।
सपा नेता ग्राम प्रधान यज्ञदत्त से जमीन खाली कराने के लिए 1 लाख 42 हजार रुपये जमा कराने वाले एडिशनल एसपी अरुण कुमार के खिलाफ FIR के आदेश
सहायक निबंधक कृषि सहकारी समितियां वाराणसी विजय कुमार अग्रवाल को निलंबित कर FIR के आदेश।
ग्रामसभा की भूमि को फर्जी रूप से समिति के नाम दर्ज कराने पर आदर्श कृषि सहकारी समिति उम्भा के प्राथमिक 12 सदस्यों के जीवित होने पर FIR के आदेश।
1989 में सोसायटी की भूमि अपने नाम कराने के लिए IAS प्रभात कुमार मिश्र की पत्नी आशा मिश्र और IAS भानुप्रताप शर्मा की पत्नी विनीता शर्मा उर्फ किरन कुमारी के खिलाफ भी FIR के आदेश।
सोनभद्र नरसंहार मामले में दर्ज सभी एफआईआर की विवेचना SIT करेगी, जिसकी अध्यक्षता डीआईजी जे. रविंद्र गौड़ करेंगे, एडिशनल एसपी अमृता मिश्रा और 3 इंस्पेक्टर SIT जांच टीम में शामिल होंगे और इसकी मॉनिटरिंग डीजी एसआईटी आरपी सिंह करेंगे।
अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन हुआ है जो अगले 3 महीने में अपनी जांच रिपोर्ट देगा। यह कमिटी पिछले 70 सालों में मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में सरकारी भूमि के अवैध कब्जे से जुड़े सभी मामलों को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी ।
BY- SANTOSH JAISWAL