ओबरा तहसील क्षेत्र के एक व्यक्ति की जमीन से जुड़ी फाइल की जांच कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी द्वारा की जा रही थी। पटल सहायक होने के नाते आरोपी क्लर्क शंभुनाथ ही उसे देख रहे थे। व्यक्ति का आरोप है कि कुछ महीने पहले लिपिक से जांच रिपोर्ट अपने पक्ष में कराने को कहने पर उन्होंने अधिकारियों के नाम पर हजारों रुपये मांगे। क्लर्क शंभुनाथ के रुपये मांगने वाले ऑडियो क्लिप के साथ उस व्यक्ति ने इसकी शिकायत डीएम से कर दी।
शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने मामले की जांच एसडीएम सदर को देकर उनसे जांच रिपोर्ट तलब कर ली। जांच में ऑडियो क्लिप को सही पाए जाने के बाद रिपोर्ट के आधार पर डएम ने लिपिक शंभूनाथ को बर्खास्त कर दिया। उस पर फाइलों को निर्धारित समयसीमा से ज्यादा समय तक अपने यहां दबाए रखने का भी आरोप है।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि जांच में जिला भूमि व्यवस्था लिपिक शंभूनाथ द्वारा उच्चाधिकारियों के नाम पर रुपये मांगने की पुष्टि हुई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि शासन की मंशानुसार कार्य न करने वाले कर्मियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।