उपाध्याय ने कहा कि, अब समय आ गया है कि महिलाओं को अपने मान सम्मान के लिए शौचालय का निर्माण करा कर खुले में शौच बंद करना होगा। जिस घर में शौचालय नहीं है उस घर की महिलाएं खुले में शौच करने के लिए जाती हैं और उनको शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। सरकार इसके लिए पूरी मदद कर रही है और साथ ही जो शौचालय बनवाने में सक्षम हैं। वह स्वयं के धनराशि से अपने घर की महिलाओं के लिए एक शौचालय का निर्माण कराए इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी भी उपस्थित रहे।
जिला पंचायत राज अधिकारी आर के भारती ने कहा शौचालय हर घर की पहली प्राथमिकता है। स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य है कि, हर घर की महिलाएं बच्चे एवं पुरुष खुले में शौच जाना बंद कर दें। आज जनपद सोनभद्र की महिलाओं ने कमर कस लिया है कि, अब हम खुले में शौच करना बंद करेंगे। यह ग्राम प्रधान का कार्य सराहनीय है मुख्यमंत्री सम्मान करके जनपद का नाम बढ़ाया है।
यह प्रधान रोल मॉडल है जनपद की 249 महिला प्रधान है। जनपद में वह प्रधान आगे आकर खुद लीड करें और अपने गांव को खुले में शौच मुक्त कराते हुए भारत में एक मिसाल कायम करें सम्मान समारोह के समय सहायक विकास अधिकारी पंचायत अजय सिंह सेक्रेटरी राहुल सिंह डीपीसी अनिल केसरी एवं किरन सिंह उपस्थित रहे।
by जितेंद्र गुप्ता