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किसान सम्मान निधि: बचा हुआ 2 हज़ार रु कैसे मिलेगा, अकाउंट में आने की तारीख देखें, फर्जी वालों से वसूली शुरू वीडियो वायरल होने और मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ए सीएमओ अशोक कुमार जांच के लिए चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में एक जनरेटर और सोलर पैनल की व्यवस्था की गई है। सोलर पैनल काफी समय से खराब पड़ा हुआ है, इसकी जानकारी मुझे अब हो रही है और जब से सोलर पैनल लगाया गया इसके डीजल का बजट भी समाप्त कर दिया गया है, इस वजह से अस्पताल में अंधेरा था हालांकि चोपन सीएचसी के अधीक्षक अपनी तरफ से व्यवस्था करके जनरेटर चलवाते हैं। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए इमरजेंसी में आज एक इनवर्टर की व्यवस्था करवा दी गई है जिससे अंधेरा ना रहे।
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CISF भर्ती: इंस्पेक्टर, ASI के पद पर लड़कियों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण, देखे तारीख एक तरफ जहां प्रदेश सरकार सीएचसी पीएचसी की व्यवस्था सुधारने में लगी हुई है वहीं तमाम सुविधाएं होने के बावजूद भी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और कर्मचारी सरकार की मंशा में पलीता लगाने में कोई भी कसर बाकी नहीं रख रहे हैं इस मामले में भी अस्पताल में जनरेटर और सोलर पैनल होने के बावजूद भी शाम के समय चोपन अस्पताल अंधेरे में डूबा रहता है।
कारण यह है कि सोलर पैनल खराब पड़ा हुआ है और जनरेटर में तेल का बजट नहीं है। इस बात पर स्पष्ट है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, इतनी बड़ी लापरवाही होने के बावजूद भी अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है।