यह स्मार्ट डस्टबिन सोनभद्र के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन छात्रों अभय प्रताप, मानसी सिंह और सर्वेश दि्ववेदी ने मिलकर बनाया है। उनका कहना है कि स्मार्ट डस्टबिन न सिर्फ खुद बताएगा कि कूड़ा भर गया है, बल्कि यह कूड़ा कलेक्ट करने वाले को भी सूचित कर देगा। इतना ही नहीं अगर सूचना के बाद भी कूड़ा लेने वाला नहीं आया तो यह उसके सुपरवाइजर और उसके भी न सुनने पर अधिकारी से भी शिकायत करेगा कि कूड़ा भर चुका है लेकिन इसे लेने के लिये कूड़ा कलेक्ट करने वाला कर्मचारी नहीं आया।
कैसे काम करेगा स्मार्ट डस्टबिन अपने इन्नोवेशन के बारे में छात्र सर्वेश दि्ववेदी बताते हैं कि ये एक हजार रुपये से भी कम कीमत में बनकर तैयार हुआ है। इसे बनाने में इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट और जीपीएस का इस्तेमाल किया गया है। इसकी मोबाइल के साथ कनेक्टिविटी भी है। स्मार्ट डस्टबिन जब 50% भर जाएगा तो यह एरिया के नजदीकी कूड़ा कलेक्ट करने वाले सफाई कर्मी के मोबाइल पर मैसेज भेज देगा। अगर उसने कूड़ा नहीं कलेक्ट किया तो 75% भरने पर यह सुपरवाइजर को मैसेज करेगा। इसके बाद भी कूड़ा नहीं कलेक्ट हुआ तो 95% भर जाने पर यह सम्बन्धित अधिकारी को मैसेज कर यह बता देगा कि अब कूड़ा पूरी तरह भर चुका है। छात्रों ने बताया कि अभी इसमें यह सुधार करने की कोशिश भी की जा रही है कि कौन सा डस्टबिन कितना नजदीक है यह भी पता चल सके।
नगर निकायों में हो सकेगा बेहतर इस्तेमाल सोनभद्र इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर वीके गिरी ने बताया कि अभी यह कोशिश की जा रही है कि इसके लोकेशन सिस्टम में और सुधार किया जा सके, ताकि यह पता लग सके कि कौन सा डस्टबिन कितना नजदीक है। जल्द ही शासन स्तर पर बात करके इसका इस्तेमाल नगर निकायों में करवाने की कोशिश की जाएगी, ताकि इसे बनाने का मकसद सफल हो।
By Santosh