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सोनभद्र

जिले और स्टेडियम का नाम बदलने के बाद यूपी के शौचालयों को भी अब भगवा रंग में रंगवाया जा रहा है

सरकारी बसों कार्यालयों और जिलों के नाम बदलने के बीच शौचलायों पर भी शियासत की बू आने लगी है

सोनभद्रNov 09, 2018 / 06:46 pm

Ashish Shukla

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सरकारी बसों कार्यालयों और जिलों के नाम बदलने के बीच शौचलायों पर भी शियासत की बू आने लगी है

सोनभद्र. कई जिलों के नाम बदलने का मसला हो या सरकारी दफ्तरों आवासों और बसों के रंग बदलने की बात हो यूपी में प्रशासन और सरकार इसके रंग बदलने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। लेकिन इन सब के बाद यूपी में एक दिलचस्प बात सामने आ रही है जो सोनभद्र जिले से हैं।
जी हां इस जिले में पंचायती राज विभाग शौचालयों को भगवा रंग में रंगवा रहा है। विभाग के दबाव में ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों को सभी शौचालय भगवा रंग में रंगने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है और चेतावनी भी दी है कि अगर कोई इस फरमान को नहीं मानेगा उसका राशन और अन्य सरकारी सुविधाएँ रोक दी जाएंगी। ग्रामीण ने मजबूरी में शौचालयों को भगवा रंग में रंगना भी शुरू कर दिया है। वहीं जब डीएम को इस बात की सूचना दी गयी तो जिलाधिकारी ने इस बात को मानने से ही इंकार कर दिया और इस बात का प्रमाण भी मांग लिया।
सोनभद्र के जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज ब्लाक के उरमौरा ग्राम पंचायत के सभी ग्रामीण आजकल अपने शौचालयों को भगवा रंग में रंगने के लिए मजबूर हैं। कारण यह है कि प्रशासन के दबाव में ग्राम प्रधान ने सभी को अपने-अपने शौचालयो को भगवा रंग में रँगने का अल्टीमेटम दे दिया है। ग्राम प्रधान ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर इस फरमान का पालन नहीं हुआ तो सभी का राशन भी रोक दिया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि रंग भी ग्राम-प्रधान द्वारा ही मुहैया कराया जा रहा है। ग्राम प्रधान के दबाव में ग्रामीण गांव के लगभग 200 शौचालयो को भगवा बनाने में लगे हुए हैं। जब इस बात की जानकारी डीएम को दी गयी तो उन्होंने इस बात को मानने से ही इनकार कर दिया और साथ ही साथ इसका प्रमाण मीडिया से ही मांग लिया। जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज का उरमौरा गांव ही नहीं बल्कि अन्य ग्राम पंचायतो में भी शौचालय भगवा रंग में पेंट किये जा रहें हैं | जो कि प्रत्यक्ष रूप से देखे जा सकते हैं | लेकिन जिलाधिकारी फिर भी प्रमाण मांग रहे हैं। जो की हास्यास्पद नजर आ रहा है |
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