उक्त बातें जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में सामाजिक नैगमिक दायित्व/सी0एस0आर0 व सिंगरौली एक्शन प्लान्ट और पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में आयोजित समीक्षा बैठक करते हुए कहीं। जिलाधिकारी ने पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुरूप मानकों को पूरा करने के निर्देश औद्योगिक ईकाइयों को देते हुए कहा कि, हर हाल में पर्यावरण के संरक्षण के मानकों को पूरा किया जाय। उन्होंने मौके पर मौजूद क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सोनभद्र को निर्देशित किया कि वे औद्योगिक ईकाईयों के ऐस/राख निस्तारण सिस्टम का स्थलीय निरीक्षण एक सप्ताह के अन्दर करें, जो औद्योगिक ईकाईया राख निस्तारण व पर्यावरण संरक्षण के मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि, औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाली राखों को निःशुल्क रूप से आम नागरिक, जो राखों से ईंट बनाना चाह रहा हैं, उन्हें मुहैया करायी जाय, इसके साथ ही औद्योगिक इकाईयां अपने उत्पादन इकाई परिसर में ही राखों से ईंट निर्माण की व्यवस्था करें। जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण/एनजीटी के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन किया जाए। जो औद्योगिक इकाईयां राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण/एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में कोताही करें, उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही भी की जाय।
बैठक में जिलाधिकारी श्री उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी, क्षेत्रीय अधिकारी, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,सोनभद्र फ्रैन्कलिंग, जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयों के पदाधिकारीगण व मीडिया के नेसार अहमद सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहें।
By- जितेंद्र कुमार