इसे भी पढ़ें योगी आदित्यनाथ के सोनभद्र पहुंचने के पहले पूर्व सपा विधायक घर से गिरफ्तार, कई कार्यकर्ता भी हिरासत में मुख्यमंत्री का यह दौरान प्रियंका गांधी के बाद हो रहा है। हालांकि प्रशासन ने प्रियंका गांधी को धारा 144 का हवाला देते हुए सोनभद्र जाने से न सिर्फ रोका था बल्कि मिर्जापुर के चुनार किले स्थित गेस्ट हाउस में 26 घंटे से ज्यादा हिरासत में रखा गया था। पीड़ित पिवार के सदस्य जब खुद आकर प्रियंका से मिले तब जाकर वो वापस लौटीं।
इसे भी पढ़ें सोनभद्र कांड: पीड़ित परिवारों से मिलकर रो पड़ीं प्रियंका, कांग्रेस की ओर से 10-10 लाख मुआवजे का ऐलान उधर प्रियंका के जाते ही मुख्यमंत्री के सोनभद्र जाने की योजना बन गयी। उनके आने के एक दिन पहले ही सांसद से लेकर विधायक तक गांव में पहुंचे और मरने वालों के परिवार वालों को सरकार की ओर से ऐलान किये गए पांच-पांच लाख रुपये की मदद का चेक दिया गया। उसके बाद से ही मुख्यमंत्री के वहां जाने की तैयारियां चल रही थीं। बताते चलें कि 17 जुलाई को सोनभद्र के उम्भा गांव में करीब 150 बीघा जमीन पर कब्जे के लिये प्रधान यज्ञदत्त 30 ट्रैक्टर में 300 लोगों को लेकर गांव में पहुंच गया। उसके साथ हथियारबंद लोग मौजूद थे। ग्रामीणों ने उसका विरोध किया तो उन लोगों ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया और बर्बरतापूर्वक 10 लोगों की हत्या कर दी गयी। करीब 25 लोग घायल हो गए, जिनमें से अभी भी ज्यादातर का इलाज रॉबर्ट्सगंज जिला अस्पताल और वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।