आपको बताते चलें कि, वाडी वर्न कैमरा एक ऐसा छोटा सा कैमरा है जिसे पुलिस अधिकारी अपनी जेब के पास धारण करेगें । इस कैमरे मे वीडियो रिकार्डिंग, आडियो रिकार्डिंग एंव फोटो लेने की अलग-अलग क्षमता है। इसमे 32 जीबी कि हार्डडिस्क लगी है, पुलिस आधुनिकीकरण के तहत मित्र पुलिसकर्मियों की जवाबदेही बढ़ाने को मकसद से वर्दी में बॉडी वर्न कैमरा लगाया गया है।
इससे पुलिस अभद्रता की शिकायतों पर विराम लगेगा। क्योंकि हर छोटे-बड़े मामलों में अक्सर पुलिस की मनमानी की शिकायत मिलती है। रिकार्ड न होने के कारण यह तय करना मुश्किल होता है कि कौन सच और कौन झूठ बोल रहा है।
बॉडी वर्न कैमरा लगने के बाद संबंधित व्यक्ति के साथ पुलिस की हर गतिविधि कैमरे में कैद होगी। ताकि जब चाहे उसका अवलोकन कर सही स्थिति का आंकलन कर लिया जाए। आपको बता दें कि, बॉडी वर्न कैमरे की मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक करेंगे।
जिलाधिकारी ने स्थानीय नागरिकों से हकीकत जानने के बाद प्रभारी अधिकारी खनन अशोक यादव व वरिष्ठ खान अधिकारी को मौके पर तलब किया। इसके बाद जिलाधिकारी ने चौरा टोला के पास बन रही पुलिया का निरीक्षण किया मानक के विपरीत मोरम के बजाय भस्सी का इस्तेमाल करके पुलिया की बोल्डरों से जोड़ाई हो रही है, ये देख भड़के जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड के अधिशासी अभियन्ता को तलब किया।
INPUT- जितेंद्र सिंह