परांठे खाने वाले चिन्तित बृहस्पतिवार को 71 कर्मचारी मुरथल के मशहूर अमरीक-सुखदेव ढाबे के और 10 कर्मचारी गरम-धरम ढाबे के कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। दोनों ढाबों पर सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं। इन सबके कोरोना परीक्षण के लिए जिला प्रशासन ने 15 दिन का समय दिया है। खैर यह तो सामान्य बात है। समस्या उनके सामने है जो यहां आकर नियमित परांठे खाते हैं। वे भी इन कर्मचारियों के संपर्क में आए हैं। फिलहाल उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं, लेकिन कोरोना परीक्षण कराने के प्रति संशय में हैं। उन्हें लग रहा है कि अगर कोरोना परीक्षण कराया तो 14 दिन के लिए एकांतवास में रहना होगा।
मुरथल में दर्जनभर ढाबे मुरथल में अमरीक सुखदेव ढाबा और फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र के नाम पर गरम-धरम ढाबा के अलावा करीब एक दर्जन ढाबे हैं। यहां पराठों के साथ अन्य व्यजंन भी मिलते है। खास बात यह है कि ढाबे 24 घंटे खुले रहते हैं। हर समय व्यंजन तैयार मिलते हैं। ढाबों पर कार्यरत 81 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने से समस्या खड़ी हो गई है। राहगीर सुखदेव ढाबा बंद पाकर चिन्तित नजर आते हैं क्योंकि दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले सुखदेव ढाबा पर रुकना अनिवार्य मानते हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी सोनीपत के उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने बताया कि ढाबों को खोलने की अनुमति नियमानुसार दी गई थी। नई स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। एसडीएम विजय सिंह का कहना है कि ढाबों पर मिले संक्रमित कर्चारियों के संपर्क में आए लोगों की पहचान का काम चल रहा है। सूची तैयार की जा रही है। सभी की पहचान होने तक दोनों ढाबे सील रहेंगे। इसके अलावा सभी ढाबा संचालकों को अपने कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ढाबे पर बाहर से काम करने के लिए आने वालों का भी पहले कोरोना टेस्ट कराने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पिछले एक सप्ताह से यहां कर्मचारियों के सैंपल लेकर जांच कर रही है। एसडीएम ने कहा कि कुछ दिन पहले ढाबों का निरीक्षण भी किया गया था और सभी को कोरोना से बचाव के लिए जारी शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर के प्रयोग आदि दिशा-निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने को कहा गया था। यदि कहीं भी ये नियम टूटते मिले तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।