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इनेलो में वर्चस्व की जंग चरम पर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी चौटाला ने भंग की इनसो की कार्यकारिणी

locationसोनीपतPublished: Oct 11, 2018 07:54:27 pm

Submitted by:

Prateek

ओपी चौटाला ने संगठन में जहां बड़ा फेरबदल किया है, वहीं पार्टी के छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन यानी इनेसो की कार्यकारिणी भंग कर बड़ा फैसला लिया है…

op chautala file photo

op chautala file photo

(सोनीपत): हरियाणा के मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला और हिसार से पार्टी के सांसद दुष्यंत चौटाला के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग का परिणाम भी अब सामने आने लगा है। पिछले दिनों गोहाना रैली में अभय सिंह चौटाला के संबोधन के दौरान दुष्यंत चौटाला समर्थकों की हूटिंग के बाद बेहद नाराज बताए जा रहे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी चौटाला ने संगठन में जहां बड़ा फेरबदल किया है, वहीं पार्टी के छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन यानी इनेसो की कार्यकारिणी भंग कर बड़ा फैसला लिया है।


भाजपा में जा सकते है अजय सिंह?

गौरतलब है कि गोहना रैली के दौरान हूटिंग से नाराज ओपी चौटाला ने चेतावनी दी थी कि अनुशासनहीन लोग चुनाव से पहले सुधर जाएं, वरना उन्हें बाहर कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई उनकी इसी चेतावनी का परिणाम है। बहरहाल, इनेलो में छिड़ी इस जंग के बीच ओपी चौटाला के बडे पुत्र अजय सिंह चौटाला के भाजपा के खेमे में जाने की सुगबुहाहट भी बढ़ गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से मिल रहे संकेतों से भी इसकी पुष्टि हो रही है।


राजनीति के जानकारों का कहना है कि इनेलो में एक बार फिर से इतिहास खुद को दोहरा रहा है। इससे पहले चौधरी देवीलाल के पुत्र चौधरी रणजीत सिंह व ओपी चौटाला के बीच भी वर्चस्व की जंग हुई थी। अब अभय-दुष्यंत के बहाने वर्चस्व की एक और जंग इनेलो के सामने है।


पार्टी में हुआ बड़ा फेरबदल

ओपी चौटाला ने गुरूवार को पार्टी के पुनर्गठन का ऐलान किया। कई प्रमुख पदाधिकारी बदले गए, जबकि इनेलो की युवा इकाई को भंग कर दिया गया। साथ ही इंडियन नेशनल स्टूडेन्ट आर्गेनाइजेशन की राष्ट्रीय और राज्य इकाइयां भंग कर दी गई है। ओपी चौटाला ने इस कार्रवाई के साथ ही कहा कि पार्टी की इन शाखाओं में अनुशासन की कमी पाई गई है। सांसद दुष्यंत चौटाला के छोटे भाई दिग्विजय चौटाला इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदीप देशवाल प्रदेश अध्यक्ष थे। हालांकि इनसो की कार्यकारिणी भंग करने के बारे में दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो के संस्थापक सदस्य अजय सिंह चौटाला ही इसे भंग कर सकते हैं। उनके द्वारा इसे भंग करने की उन्हें जानकारी नहीं मिली है।


दुष्यंत समर्थक पर भी गिरी गाज

सांसद दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला दोनों अजय सिंह चौटाला के पुत्र हैं और अजय सिंह चौटाला अपने पिता ओपी चौटाला के साथ जेबीटी टीचर्स भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा सुनाई गई दस-दस साल की सजा के तहत जेल में हैं। ओपी चौटाला अभी पैरोल पर बाहर हैं। ओपी चौटाला द्वारा दुष्यंत चौटाला समर्थकों पर चाबुक चलाए जाने से साफ है कि वे वर्ष 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव का नेतृत्व अभय सिंह चौटाला को सौंपना चाहते हैं। कार्रवाई के तहत हिसार और दादरी के दुष्यंत समर्थक जिलाध्यक्षों को हटा दिया गया है।


इन्हें सौंपी जिम्मेदारियां

हिसार जिलाध्यक्ष के पद पर राजेन्द्र लितानी की जगह सतबीर सिसाये और दादरी जिलाध्यक्ष पद पर नरेश द्धवारका की जगह विजय पंचगमा को नियुक्त किया गया है। टोहाना के पूर्व विधायक निशान सिंह को किसान प्रकोष्ठ के संयोजक पद से हटा दिया गया है। अब बलबीर सिंह को किसान प्रकोष्ठ का संयोजक बनाया गया है। कर्मचारी प्रकोष्ठ का प्रदेश प्रभारी धारा सिंह को बनाया गया है। पार्टी में पहली बार मेडिकल प्रकोष्ठ का गठन कर डाॅ केसी काजल को संयोजक नियुक्त किया गया है।

 

इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी चौटाला ने अपनी कार्यकारिणी में भी नए पदाधिकारी नियुक्त किए हैं। अनन्तराम तंवर,साधुराम चैधरी,नारायण प्रसाद अग्रवाल,कुमारी फूलवती,अश्विनी दत्ता और रामभगत गुप्ता को उपाध्यक्ष बनाया है। पूर्व आईएएस आरएस चौधरी को सेक्रेटरी जनरल के पद पर बरकरार रखा गया है। जनरल सेके्रटरी के पद पर रमेश गर्ग,ब्रज शर्मा,कैप्टेन इंदर सिंह को नियुक्त किया गया है। नए संसदीय बोर्ड में ओपी चैटाला अध्यक्ष रहेंगे और अशोक अरोडा,बीडी ढालिया,अंजूसिंह और कमल नागपाल को सदस्य नियुक्त किया गया है।

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