मां और बहन पर आरोप नूर निशा ने बताया कि चार साल पहले पिता की मौत हो गई। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। मां, भाइयों के साथ रहती है। एक साल से नूर निशा किराए के मकान में अकेली रहती है और मछली की दुकान से अपना गुजारा करती है। मां व बड़ी बहन की नजर दुकान से होने वाली उसकी कमाई पर है। इसलिए वे आए दिन उसके साथ मारपीट करती हैं। 26 जुलाई को उसकी मां और बहन घर आईं। आरोप है कि दोनों ने उसे पीटा। मां ने उसे पीछे से जकड़ लिया। वहीं, बहन ने दांतों से उसकी नाक काटकर अलग फेंक दा। दोनों उसे जान से मारने की धमकी देकर चली गईं।
पुलिस पर आरोप और सफाई नूर निशा अपने एक दोस्त के साथ नाक का कटा हुआ हिस्सा लेकर बादशाह खान अस्पताल पहुंची। वहां से सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल से छुट्टी मिलने पर वह दोस्त के साथ नवीन नगर चौकी शिकायत लेकर पहुंची थी। दो दिन तक पुलिसकर्मी उसे चक्कर कटवाते रहे। वह मुकदमा दर्ज कराने के लिए अड़ी रही। पुलिस ने उसके दोस्त पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। इससे वह डर गई। निशा का आरोप है कि पुलिस ने उससे लिखवा लिया कि नाक गिरने से टूटी। वहीं उसकी मां व बहन से इलाज के लिए 10 हजार रुपये दिलवा दिए। इसमें से भी एक हजार रुपये पुलिसकर्मियों ने रख लिए। प्रभारी नवीन नगर चौकी नरेन्द्र का कहना है कि निशा ने खुद लिखकर दिया कि उसकी नाक गिरने के कारण टूटी। उसने किसी पर कोई कार्रवाई ना करवाने की बात भी लिखकर दी।