अमेरिकी डेयरी पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स को दी टैक्स रिबेट तो बहुत होगा नुकसान
सोनीपतPublished: Feb 16, 2020 06:44:38 pm
पीएचडी धारक भी कर रहे सेवादार नौकरी के लिए आवेदनफिर भी नहीं मिल रही मजदूरी, देश में दूसरा बेरोजगार प्रदेश हरियाणा
चंडीगढ़/सोनीपत. अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दौरे पर भारत सरकार द्वारा अमरीका से डेयरी व पोल्ट्री उत्पादों के आयात पर शुल्क कम करने के प्रस्ताव का हरियाणा में विरोध शुरू हो गया है। इनेलो नेता अभय सिंह चैटाला ने कहा है कि यह देश के ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावनाओं पर विपरीत प्रभाव डालने वाला समझौता होगा।
इनेलो नेता ने कहा कि अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रम्प अमरीकियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के इच्छुक हैं। भारत में आठ करोड़ से ज्यादा ग्रामीण डेयरी और पोल्ट्री के रोजगार के माध्यम से आजीविका चला रहे हैं। सरकार का कहना है कि अमरीकी कंपनियों के डेयरी व पोल्ट्री में निवेश से व्यापार उत्साहित होगा, परंतु हरियाणा के लाखों ग्रामीण अमेरीकी कंपनियों का मुकाबला नहीं कर पाएंगे। भाजपा सरकार अमरीका के प्रभाव में बड़ी भूल कर रही है। प्रदेश में पहले ही बेरोजगारी से जूझ रहे युवक नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। बेरोजगारी की समस्या पीडित युवा वर्ग विदेश की तरफ भाग रहा है।
अभय सिंह ने कहा कि हरियाणा में पढ़े-लिखे युवाओं के लिए मजदूरी का काम भी नसीब नहीं हो रहा है। पिछले दिनों पीएचडी युवाओं ने सेवादार की नौकरी के लिए आवेदन किये थे जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। नौकरियों के लिए बाहरियों को प्राथमिकता दी जा रही है, प्रदेश के युवाओं को तो इसके लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है! इनेलो नेता ने कहा कि हरियाणा बेरोजगारी में देश में दूसरे नंबर पर है। देश व प्रदेश में इन हालात को देखते हुए सरकार को डेयरी व पोल्ट्री के क्षेत्र को मजबूत करना चाहिए।