जानकारी के अनुसार चार दिन में जारी किए गए 200 टोकन में से दो दिन में 13 किसान ही मूंगफली लेकर पहुंचे, जिसमें तीन किसानों की मूंगफली निर्धारित गुणवत्ता मापदंड के अनुरूप नहीं होने से तुलाई नहीं की गई। सैंपलरों के मुताबिक मूंगफली का छिलका काला होने, दाने कमजोर और खराब होने के साथ अन्य निर्धारित मापदंडों के मुताबिक मूंगफली नहीं होने पर सैंपल पास नहीं किया जाएगा।
जब तक मूंगफली का सैंपल पास नहीं होगा, तुलाई नहीं हो सकेगी। वहीं किसानों का कहना है कि गत दिनों हुई बेमौसम बारिश से मूंगफली का छिलका काला हुआ है, अंदर दाना सही है, बावजूद मूंगफली की तुलाई में आनाकानी की जा रही है। मूंगफली खरीद केंद्र पर शिकायत व विवाद से निपटने के लिए पांच सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मूंगफली खरीद के लिए 14 लोगों का स्टाफ लगाया गया है और जरूरत के हिसाब से इसे बढ़ाया जा सकेगा।
इन बातों का रखें ध्यान
खरीद केंद्र प्रभारी गौरव जैन ने बताया कि समर्थन मूल्य पर एक हेक्टेयर की 25 क्विंटल मूंगफली 5090 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद की जाएगी। मूंगफली में 8 फीसदी से ज्यादा नमी नहीं होनी चाहिए। मूंगफली साफ-सुथरी और गोटा ७० फीसदी से अधिक होना चाहिए। पुरानी मूंगफली की खरीद नहीं की जाएगी। किसान को मूंगफली की तुलाई कराने के लिए सुबह 10 से शाम 5 बजे तक केंद्र पर पहुंचना जरूरी होगा। इस समय तक जितनी भी मूंगफली आएगी, उसकी देर शाम तक तुलाई की जाएगी।
बूंदाबांदी ने बढ़ाई चिंता
मंगलवार शाम हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे खरीद केंद्र पर खुले में रखी मूंगफली के खराब होने की आंशका ने चिंता बढ़ा दी। मौसम के मिजाज को लेकर किसान चितिंत नजर आए।
मूंगफली, मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीद आज से
लूणकरनसर. यहां नई अनाज मंडी में राजफैड के माध्यम से तहसील क्रय-विक्रय सहकारी समिति द्वारा सरकारी समर्थन मूल्य पर मूंगफली व मूंग की खरीद बुधवार से शुरू की जाएगी। क्रय-विक्रय सहकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक मोहम्मद फारूक ने बताया कि समर्थन मूल्य पर मूंगफली की प्रति क्विंटल ५०९० रुपए व मूंग प्रति क्विंटल ७०५० रुपए के हिसाब से खरीद की जाएगी। समर्थन मूल्य पर प्रति किसान की अधिकतम २५ क्विंटल उपज खरीद की जाएगी।