जयपुर

आखिर ऐसा क्या कह दिया सरकार से शहीदों की वीरांगनाओं ने…सरकार पहुंची शहीदों के घर

आखिर ऐसा क्या कह दिया सरकार से शहीदों की वीरांगनाओं ने…सरकार पहुंची शहीदों के घर

जयपुरMay 13, 2018 / 09:17 pm

PUNEET SHARMA

आखिर ऐसा क्या कह दिया सरकार से शहीदों की वीरांगनाओं ने…सरकार पहुंची शहीदों के घर
जयपुर
प्रदेश में रह रही शहीदों की वीरांगनाओं ने ऐसा क्या कह दिया कि राजस्थान सरकार में खलबली मच गई। अब सरकार के निर्देश पर सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने रविवार को जयपुर जिले में शहीद सैनिक कल्याण यात्रा शुरू की। यात्रा के तहत बाजौर शहीद सैनिकों के घर घर जाकर शहीदों की वीरांगनाओं और उनके परिजनों से मिल कर उनकी समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। शहीद सैनिकों के परिजनों की यह सम्मान यात्रा रविवार को जयपुर शहर सहित जिले में कई जगह पहुंची ओर शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और उनके परिजनों का सम्मान किया।
इस दौरान बाजौर के साथ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल एन.एस चौहान के अलावा मुख्यमंत्री द्वारा गठित समिति के मनोनीत सदस्य, कर्नल जगदेव सिंह भी मौजूद रहे। बाजौर ने शहीदों के परिजनों एवं आश्रितों से संवाद करते हुए उनके लम्बित प्रकरणों एवं समस्याओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
बाजौर रविवार को जयपुर में पांच बत्ती चौराहा स्थित शहीद कैप्टन सुमित बर्नी, बापू नगर में शहीद हवलदार मंगलचन्द तथा शहीद कैप्टन अमित भारद्वाज के मालवीय नगर स्थित आवास पर पहुंचे और उन्होंने इन शहीदों की पुण्य स्मृति को नमन करते हुए परिजनों का सम्मान किया और सभी से बातचीत की। इसके बाद सांगानेर स्थित शहीद राइफल मैन विक्रम सिंह, मानसरोवर में शहीद कर्नल जय प्रकाश जानू व जलमहल के पास शहीद इन्सपेक्टर अशोक यादव के निवास पर जाकर आश्रितों व परिजनों का सम्मान किया। फिर बस्सी तहसील के बांसखो में शहीद कान्सटेबल अशोक कुमार वर्मा तथा गांव डीगर का वास, पोस्ट-रालपुरा पाटल का वास में शहीद कान्सटेबल कैलाश मीना की वीरांगनाओं एवं परिजनों का सम्मान किया।
 

जानकारी के अनुसार शहीदों की वीरांगनाओं और परिजनों का कहना था कि सरकार में उनकी समस्याओं की सुनवाई नहीं हो रही है और उनके चक्कर लगवाए जाते है। कई जगह तो उनके साथ बेहद ही खराब व्यवहार होता है। कई वीरांगनाओं ने व्यवस्था से खफा होकर यहां तक कह दिया कि उनको अफसोस है कि उनके अपनों ने क्यों देश के लिए अपनी जान दी। मामला मुख्यमंत्री के स्तर पर पहुंचा तो इसे बेहद ही गंभीरता से लिया गया और बाजौर को शहीद सैनिकों के घर घर जाकर समस्याओं का पता लगाने व उनके समाधान के निर्देश दिए।
 

उल्लेखनीय है कि इस यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार से गुरूवार तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रम होंगे। सांभर, दूदू व फुलेरा में 15 मई, चौमू, शाहपुरा व गोविन्दगढ़ में 16 मई तथा कोटपूतली में 17 मई को शहीद सैनिक सम्मान यात्रा के कार्यक्रम होंगे।
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