हनुमानगढ़

कृषि विपणन बोर्ड एफसीआई गोदाम में आने व जाने के लिए करेगा सड़क का निर्माण

हनुमानगढ़. एफसीआई गोदाम में आने व जाने के लिए सड़क का निर्माण कृषि विपणन बोर्ड करेगा। यह निर्णय बुधवार को नगर परिषद कार्यालय में लिया गया। इससे पूर्व कृषि विपणन बोर्ड व नगर परिषद के तकनीकी अधिकारियों ने मार्ग को लेकर मंथन किया और वर्तमान हालात के बारे में चर्चा की।

हनुमानगढ़Nov 21, 2020 / 11:05 pm

adrish khan

कृषि विपणन बोर्ड एफसीआई गोदाम में आने व जाने के लिए करेगा सड़क का निर्माण



कृषि विपणन बोर्ड एफसीआई गोदाम में आने व जाने के लिए करेगा सड़क का निर्माण
– नगर परिषद कार्यालय में दोनों विभाग के तकनीकी अधिकारियों ने लिया निर्णय

हनुमानगढ़. एफसीआई गोदाम में आने व जाने के लिए सड़क का निर्माण कृषि विपणन बोर्ड करेगा। यह निर्णय बुधवार को नगर परिषद कार्यालय में लिया गया। इससे पूर्व कृषि विपणन बोर्ड व नगर परिषद के तकनीकी अधिकारियों ने मार्ग को लेकर मंथन किया और वर्तमान हालात के बारे में चर्चा की। एफसीआई गोदाम के आने व जाने के लिए मीरा कॉलोनी से होते हुए आरयूबी के पास से होकर रास्ता निर्धारित किया गया है। इस मार्ग पर नगर परिषद की ओर से डामर सड़क का निर्माण करने के लिए 40 लाख की लागत से पत्थर बिछाया गया था। इस रास्ते पर ट्रक व ट्राला गुजरने के कारण नगर परिषद ने डामर सड़क का निर्माण नहीं किया। दरअसल नप की ओर से साधारण वाहनों के हिसाब से सड़क का निर्माण किया जाना था। लेकिन इस मार्ग पर ट्रकों की आवाजाही के कारण नई सड़क के क्षतिग्रस्त होने के आशंका के कारण डामर नहीं बिछाया गया। इसके पश्चात एफसीआई गोदाम के हैवी व्हीकल के अनुरूप सड़क निर्माण कराने के लिए नगर परिषद ने जिला कलक्टर के मार्फत कृषि विपणन बोर्ड को पत्र भिजवाया था।
50 लाख की आएगी लागत
सूत्रों की माने तो नगर परिषद ने इस मार्ग पर सड़क का निर्माण करने के लिए कृषि विपणन बोर्ड से पचास लाख की डिमांड की थी। लेकिन बाद में कृषि विपणन बोर्ड की ओर से सड़क निर्माण करने का निर्णय किया गया।
यह है मामला
टाउन का कॉलेज फाटक बंद करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जांच किए बगैर ही 2017 में एनओसी जारी कर दी गई। इस आधार पर रेलवे विभाग ने करीब दो करोड़ की लागत से अंडरपास का निर्माण कर कॉलेज फाटक को बंद कर दिया। लेकिन यहां पर स्थित श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले के सबसे बड़े एफसीआई गोदाम के लिए आवाजाही के लिए विकल्प क्या होगा। इसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं। मामला जिला जिला कलक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने तीन सदस्य कमेटी का गठन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे।
यह निकाला था विकल्प
पहला रास्ता एफसीआई के पास से होते हुए एसआरएम अंडरपास से पहले सार्वजनिक निर्माण विभाग के मार्ग से होते हुए गुरुसर के पास से निकलते हुए कोहला नहर के साथ-साथ होते हुए रावतसर मार्ग पर पहुंचेगे। फिलहाल यह घनी आबादी क्षेत्र नहीं है। लेकिन हेवी व्हीकल के अनुरूप मार्ग की सड़के नहीं है। इस मार्ग का हैवी व्हीकल के अनुरूप निर्माण करने की कवायद शुरू की गई है।
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