विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित जाहिद और असलम को कम से कम फांसी की सजा की मांग को लेकर पुतला जलाया गया। इससे पहले पुतले को फांसी पर लटकाकर उसके दोनों हाथ काटे गए व संदेश दिया गया कि इसी प्रकार आरोपितों को तड़पा-तड़पाकर मौत की सजा देना चाहिए।
विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित जाहिद और असलम को कम से कम फांसी की सजा की मांग को लेकर पुतला जलाया गया। इससे पहले पुतले को फांसी पर लटकाकर उसके दोनों हाथ काटे गए व संदेश दिया गया कि इसी प्रकार आरोपितों को तड़पा-तड़पाकर मौत की सजा देना चाहिए।
विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित जाहिद और असलम को कम से कम फांसी की सजा की मांग को लेकर पुतला जलाया गया। इससे पहले पुतले को फांसी पर लटकाकर उसके दोनों हाथ काटे गए व संदेश दिया गया कि इसी प्रकार आरोपितों को तड़पा-तड़पाकर मौत की सजा देना चाहिए।
विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित जाहिद और असलम को कम से कम फांसी की सजा की मांग को लेकर पुतला जलाया गया। इससे पहले पुतले को फांसी पर लटकाकर उसके दोनों हाथ काटे गए व संदेश दिया गया कि इसी प्रकार आरोपितों को तड़पा-तड़पाकर मौत की सजा देना चाहिए।
विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपित जाहिद और असलम को कम से कम फांसी की सजा की मांग को लेकर पुतला जलाया गया। इससे पहले पुतले को फांसी पर लटकाकर उसके दोनों हाथ काटे गए व संदेश दिया गया कि इसी प्रकार आरोपितों को तड़पा-तड़पाकर मौत की सजा देना चाहिए।
खंडवा. अलीगढ़ में हुए गुडि़या हत्याकांड एवं भोपाल में 9वर्ष की बालिका के दुष्कर्म व हत्या के आरोपियों को कड़ी सजा मिले। इसके लिए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर कार्यालय में गोल्डन ग्रुप द्वारा ज्ञापन दिया गया। ग्रुप की महिला एवं पुरुष सदस्यों व मंगलम महिला मंडल की महिलाएं उपस्थित थीं।
खंडवा.विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की मातृशक्ति एवं दुर्गावाहिनी मालवा प्रांत ने गृहमंत्री से मांग है कि आए दिन मासूम बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म, दरिंदगी व हत्या करने वालों पर कठोर कार्रवाई करें। सोमवार को कलेक्टे्रट पहुंचकर ज्ञापन सौंपते हुए इस ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते हैं कि इन दरिंदगी पर रोक लगाने व दरिंदों को तुरंत बिना कोई औपचारिकता निभाए फांसी की सजा दिलवाएं। यदि इन घटनाओं पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी द्वारा उग्र आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा।